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मानसून के दो पहलू : शोध

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बेंगलुरू, 19 जून (आईएएनएस)| यूनानी देवता जानूस की तरह भारतीय मानसून के भी दो पहलू हैं।

जर्मनी के वैज्ञानकों ने यह बात पत्रिका ‘साइंस’ में प्रकाशित अपनी अध्ययन-रिपोर्ट में कही है। उनके अनुसार मानसून प्रदूषण फैलाता भी है और सफाई भी करता है।

रिपोर्ट के अनुसार, मानूसन न सिर्फ प्रदूषणकारी तत्वों को वायुमंडल में समताप मंडल तक लेकर जाकर उसे पूरी दुनिया में फैलाता है बल्कि वह सफाई की व्यवस्था भी करता है, जिसमें प्रदूषक कणों अवक्षेपण किया जाता है और इस कार्य में आकाशीय बिजली की अहम भूमिका होती है।

करीब दो दशक पहले ‘इंडियन ओशन एक्सपेरिमेंट’ नामक एक अध्ययन में दक्षिण एशिया से दिसंबर से मार्च के दौरान चलने वाले शुष्क शीत मानसूनी पवन में जैव ईंधन का इस्तेमाल करने, फसलों के अवशेष जलाने और जीवाष्म ईंधन के दहन से भारी प्रदूषण व धुंध देखा गया। लेकिन ग्रीष्म मानसून (मई-सितंबर) के दौरान इसका कोई अस्तित्व नहीं देखा गया है।

जर्मनी के मेंज शहर स्थित प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर केमिस्ट्री के शोधकर्ता जे. लेलीवेल्ड ने कहा कि उन्होंने ग्रीष्म मानसून के नमूने लेकर पहली बार उसके गुणधर्म का मापन किया। ये नमूने क्षोभमंडल से लिए गए थे।

शोधकर्ताओं ने बताया कि कंप्यूटर मॉडल की गणना से किए गए मापन में देखने को मिला कि मानसून अनोखे ढंग से सफाई की व्यवस्था करता है जिसमें संदूषक तेजी से ऑक्सीकृत होकर धरातल पर जमा हो जाते हैं।

उन्होंने बताया, दक्षिण एशिया में अवक्षेपण के माध्यम से करीब 80 फीसदी क्रियाशील सल्फर उत्सर्जन सल्फेट के रूप में निकल जाता है। सल्फर का यह उत्सर्जन बड़े पैमाने पर चीन और भारत में कोयला जलाने से होता है।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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