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लाइफ स्टाइल

मिलांज 2016 में दिखी नारीशक्ति की झलक

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नई दिल्ली | मिलांज-2106 में कला के कई रूपों में आधुनिक भारत की नारीशक्ति और प्रतिभा की झलक देखने को मिली। फैशन शो हो या परिधानों का प्रदर्शन सभी ने उनकी प्रतिभा देखकर दांतों तले अंगुली दबा ली। इसके साथ ही छात्राओं द्वारा पेश किए गए नाटक, संगीत, नृत्य ने भी समारोह की खूब रौनक बढ़ाई। इंडियन वूमेन पॉलिटेक्निक (आईडब्ल्यूपी) की छात्राओं के लिए शनिवार का दिन शानदार रहा। सालाना वार्षिकोत्सव ‘मिलांज: द ब्लेंड ऑफ आर्ट 2016’ में उनके द्वारा डिजाइन किए गए इथनिक, भारतीय-पश्चिमी और पश्चिमी स्टाइल के परिधानों को खासी सराहना मिली।

‘मिलांज’ से छात्राओं को तमाम जानकारियां हासिल हुई और फैशन व लाइफ स्टाइल क्षेत्र का व्यावसायिक अनुभव हासिल हुआ। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को उद्योग के दिग्गजों के साथ ही ऐसे सक्रिय पेशेवरों से रूबरू कराने की कोशिश भी की गई, जो खुद बाजार के प्रतिस्पर्धी माहौल का सामना कर चुके हैं। उन्होंने छात्राओं को परामर्श देने के अलावा उनके साथ अपने मूल्यवान विचार भी साझा किए।

इसके माध्यम से छात्राओं ने पढ़ाई के बाद सामने आने वाली मुश्किलों को समझा और उन्हें खुद के भीतर काम करने का जज्बा विकसित करने का अवसर मिला।

कार्यक्रम में नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा, “यह अवसर इस गतिशील उद्योग में शिक्षा के दोहन के लिए आवश्यक जुनून, ज्ञान और जानकारियां की उपलब्धता का एक अनूठा मिश्रण है। यह हकीकत है कि इस दौर में तमाम प्रतिभाशाली छात्रों को अपनी क्षमताओं के प्रदर्शन के लिए मंच और पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाते हैं, वहीं मिलांज एक ऐसा मंच है जो कारोबारी समुदाय के साथ काम करने के लिए छात्रों के पेशेवरों का एक नेटवर्क और अवसर मुहैया कराता है।”

आईडब्ल्यूपी के प्रबंध निदेशक विशाल निझावन ने कहा, “मिलांज के माध्यम से हम महिलाओं को मजबूत, उद्देश्यपूर्ण और आत्मविश्वासी बनाने की कोशिश कर रहे हैं।”

कार्यक्रम में रॉक शो, संगीत, नृत्य और नाटक आदि कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। शानदार फैशन शो ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। पहले चरण में आईडब्ल्यूपी की छात्राओं ने इथनिक परिधानों के साथ रैंप पर प्रदर्शन किया, जिसमें भारतीय संस्कृति और उसकी धरोहरों की झलक भी नजर आई। दूसरे चरण में उन्होंने भारतीय-पश्चिमी और पश्चिमी परिधानों का प्रदर्शन किया, जिसमें शानदार रंग मिश्रण और डिजाइन का इस्तेमाल किया गया।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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