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अन्तर्राष्ट्रीय

मिस्र के साथ फिर से राजनयिक संबंध कायम करेगा इटली

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रोम, 16 अगस्त (आईएएनएस)| इटली ने पिछले साल इतालवी विद्वान गिउलियो रेजेनी का उत्पीड़न करने के बाद हत्या कर दिए जाने के अनसुलझे मामले में प्रगति का हवाला देते हुए मिस्र के साथ एक बार फिर से राजनयिक संबंध कायम करने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हालांकि इस फैसले का मृतक के माता-पिता, मानवधिकार संगठनों ने विरोध किया है, लेकिन सांसदों ने मंगलवार को कहा कि यह फैसला क्षेत्र में रणनीतिक मुद्दों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, विशेषकर इटली में भारी संख्या में आव्रजन जैसे मामले से निपटने के लिए लीबिया के साथ काम करने की जरूरत है।

सीनेट के विदेश संबंधी समिति के अध्यक्ष पियर फर्डिनांडो कैसिनी ने कहा, यह फैसला करना तकलीफदेह था, लेकिन लीबिया मुद्दा हमें मिस्र से बात नहीं करने की अनुमति नहीं देता है।

रेजेनी के माता-पिता इटली की सरकार के इस फैसले से नाराज हैं।

हालांकि, राजदूत गियामपाओलो को मिस्र भेजने की घोषणा करने वाले इटली के विदेश मंत्री एंजेलिनो अल्फानो ने अपने बयान में कहा कि इटली सरकार रेजेनी की त्रासद मौत के मामले पर प्रकाश डालने के लिए प्रतिबद्ध है।

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के डॉक्टरेट छात्र रेजेनी मिस्र में श्रमिक आंदोलन पर शोध कर रहे थे। 25 जनवरी 2016 की रात को उन्हें अगवा किया गया था। तीन फरवरी को उनका जला और क्षत विक्षत शव काहिरा में सड़क पर पाया गया था।

इटली की समाचार एजेंसी एएनएसए ने सोमवार को सरकार के हवाले से बताया कि मिस्र के अभियोजकों ने इस संबंध में महत्वपूर्ण सबूत दिए हैं और जिससे राजनयिक संबंधों की फिर से बहाली का रास्ता खुला।

एजेंसी ने बताया कि प्रधानमंत्री पाओलो जेंटिलोनी ने सोमवार रात रेजेनी के माता-पिता से बात की और उन्हें उनके बेटे की हत्या मामले में इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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