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खेल-कूद

मुक्केबाजी : विजेंदर ने जुल्पिकार को हरा जारी रखा विजयी क्रम

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मुंबई, 5 अगस्त (आईएएनएस)| बीजिंग ओलम्पिक-2008 में कांस्य पदक विजेता, भारत के पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने शनिवार को चीन के जुल्पिकार माईमाईतियाली को 10 राउंड तक चले कठिन मुकाबले में हराकर अपने विजयी क्रम जारी रखा है। इसी के साथ विजेंदर ने अपना डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मीडिलवेट खिताब तो बचा लिया, साथ ही अपने विपक्षी का डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मीडिल वेट खिताब भी हासिल कर लिया।

यह दोहरा खिताबी मुकाबला था, जिसमें जीतने वाला खिलाड़ी अपने खिताब को बचाने के साथ ही दूसरे का खिताब जीतने का हकदार था।

विजेंदर का यह नौवां पेशेवर मुकाबला था और अभी तक उन्हें सभी मुकाबलों में जीत मिली है। वहीं चीनी मुक्केबाज की यह पेशेवर मुकाबले में पहली हार है।

जुल्पिकार अपने पिछले नौ पेशेवर मुकाबलों में अजेय थे।

दोनों के बीच बराबरी का मुकाबला खेला गया। शुरुआती दो राउंड में जुल्पिकार आक्रामक दिखे , लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने शानदार बचाव किया। विजेंदर ने अपनी लंबाई का अच्छा फायदा उठाया और चीनी मुक्केबाज को कुछ अच्छे पंच जड़े।

अगले कुछ राउंड में भी बराबर का खेल देखने को मिला, हालांकि चीन के मुक्केबाज को विजेंदर के कुछ अच्छे पंचों का सामना करना पड़ा।

यहां से विजेंदर चीनी खिलाड़ी पर हावी होने लगे। बचाव में जुल्पिकार ने कुछ दफा विजेंदर के कमर के नीचे कुछ पंच मारे। ऐसा करने के दौरान नौवें राउंड में रैफरी ने मैच रोक दिया था।

आखिरी राउंड में जुल्पिकार ने वापसी की कोशिश की, लेकिन विजेंदर ने अपना आक्रामण जारी रखा और मुकाबला जीत ले गए।

इससे पहले, भारत के अन्य मुक्केबाजों ने अंडरकार्ट मुकाबलों में जीत हासिल की।

राष्ट्रमंडल खेल-2006 के विजेता अखिल कुमार, जितेंद्र कुमार, अशद आसिफ, कुलदीप ढांडा, धर्मेद्र गिरेवाल, प्रदीप खारेरा ने अपने मुकाबालों में विजयी रहे।

अखिल इस मैच से पेशेवर मुक्केबाजी में कदम रख रहे थे। उन्होंने पदापर्ण मैच में आस्ट्रेलिया के टाइ ग्रिलक्रिस्ट को वाल्टरवेट वर्ग में तकनीकि नॉक आउट में मात दी।

जितेंद्र का भी यह पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण मैच था। उन्होंने थाईलैंड के थानेट लखिट्कामपोर्न को लाइटवेट वर्ग में तकनीकि नॉकआउट से मात दी।

वर्ल्ड बॉक्सिंग काउंसिल (डब्ल्यूबीसी) एशिया पैसिफिक वेल्टरवेट चैम्पियन नीरज गोयट ने अपने खिताब को सफलता पूर्वक अपने पास ही रखा है।

उन्होंने 12 राउंड के मुकाबले में फिलीपिंस के एलान टांडा को मात देते हुए अपने खिताब की रक्षा की।

आसिफ ने फिलीपिंस के लैरी अबारा को मात दी तो कुलदीप ने हमवतन सचिव बोट को हराया।

धर्मेद्र ने आस्ट्रेलिया के इसाक स्लैड को हराया।

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खेल-कूद

IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति

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पटना। बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है। वैभव को आईपीएल मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। 13 साल 243 दिन की उम्र में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स उन्हें अपने साथ जोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान ने 1.1 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।

वैभव ने हाल ही में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा जब वह अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (13 वर्ष, 288 दिन) बने। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 के लिए खेले गए यूथ टेस्ट में 62 गेंदों पर 104 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 58 गेंदों पर शतक बनाया। यह किसी भारतीय का सबसे तेज यूथ टेस्ट शतक और दुनिया में दूसरा सबसे तेज शतक था।

वैभव एक बेहतरीन खिलाड़ी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 आईपीएल में वह जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे। वैभव की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। महज 13 साल के बेटे के करोड़पति बनने के बाद उनके पिता भावुक नजर आ रहे हैं।

एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कहा कि अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। अपनी खेती तक की जमीन बेच दी ताकि वैभव क्रिकेट खेल सके और अपना करियर बना सके। वैभव के बारे में बात करते हुए पिता ने बताया कि उसे हमेशा से क्रिकेट में रूचि थी और वह महज 5 साल का था, तब से क्रिकेट खेल रहा है। वैभव को उनके पिता ने ही घर में नेट प्रैक्टिस करवाई, जिसके बागद समस्तीपुर क्रिकेट एकेडमी भेजा। उनके पिता ने बेटे की कामयाबी के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी का भी शुक्रिया किया।

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