Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

रानी मुखर्जी ने कहा, ‘रूढ़िवाद के खिलाफ लड़ती रहूंगी’

Published

on

Loading

मुंबई, 21 मार्च (आईएएनएस)| अभिनेत्री रानी मुखर्जी बुधवार को 40 साल की हो गईं। उन्होंने कहा कि शोबिज की दुनिया में बतौर महिला उनका सफर भेदभावपूर्ण रूढ़िवादी सोच से लगातार संघर्ष करने के बारे में रहा है।

चार साल बाद बड़े पर्दे पर फिल्म ‘हिचकी’ से वापसी कर रहीं रानी ने अपने जन्मदिन पर दिल को छू लेने वाला एक पत्र लिखा। अपने सफर के अलावा उन्होंने उन बाधाओं, अड़चनों पर प्रकाश डाला, जिसका अन्य महिला कलाकारों को फिल्म उद्योग में सामना करना पड़ता है।

अभिनेत्री ने यह भी कहा कि कैसे अभिनेत्रियों पर हमेशा सबकी नजरें होती हैं और उनके लुक, आवाज, नृत्य कौशल को लेकर जज किया जाता है।

उन्होंने कहा कि अपने जन्मदिन पर वह वह इन बड़ी ‘हिचकी’ का जिक्र करना नहीं छोड़ सकतीं, जिसका सामना उन्हें और उनकी साथी अभिनेत्रियों को करना पड़ा है।

लैंगिकता रूढ़िवादी धारणा का जवाब उन्होंने शादी और मातृत्व के बाद फिल्मों में वापसी कर दिया है।

रानी ने कहा, मैं आपसे वादा करती हूं कि मैं काम करना और अपनी सभी खूबसूरत, दयालु, प्रतिभाशाली साथी अभिनेत्रियों के साथ रूढ़िवादी धारणाओं के खिलाफ लड़ना जारी रखूंगी और हमारे समाज और फिल्म उद्योग को आगे परिपक्व होते देखने की उम्मीद करती हूं।

रानी ने कहा, एक महिला के तौर पर, मैं यह स्वीकार करती हूं कि यह एक आसान सफर नहीं रहा है। मुझे हर रोज खुद को साबित करना पड़ा है। अभिनेत्रियों को खुद को हर रोज साबित करना पड़ता है।

उन्होंने फिल्म उद्योग में लैंगिक असमानता और पहले से कायम धारणाओं के बारे में भी जिक्र किया।

रानी ने कहा, एक महिला का छोटी अवधि का करियर होता है, एक शादीशुदा महिला की समानता मर जाती है। महिला प्रधान (मैं इस शब्द से नफरत करती हूं) फिल्में एक बड़ा जोखिम होती हैं।

उन्होंने कहा कि एक महिाल के लिए पुरुष के साथ असमानता फिल्म उद्योग में बड़े पैमाने पर होता है और यह साफ नजर आता है।

रानी ने इस बात को स्वीकार किया कि बदलाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह बेहतरी के लिए बदलाव होता देख सकती हैं और यह बात उन्हें खुशी से भर देती है। यह उनके सफर और करियर को सार्थक बना देती है।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending