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बिजनेस

रिलायंस पॉवर के मुनाफे थोड़ी बढ़त

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मुंबई, 30 जनवरी (आईएएनएस)| चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर 2017 को खत्म हुई तिमाही में रिलायंस पॉवर ने मुनाफे में वृद्धि दर्ज की है और यह 280 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 276 करोड़ रुपये था।

कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में मुनाफे में गिरावट दर्ज किया है, जो 784 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में यह 888 करोड़ रुपये था।

समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की परिचालन आय साल-दर-साल आधार पर 11 फीसदी गिरकर 2,495 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले की समान अवधि के दौरान यह 2,778 करोड़ रुपये थी।

कंपनी ने यहां एक बयान में तीसरी तिमाही के दौरान परिचालन संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में 3,960 मेगावाट की सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) ने 827.4 करोड़ यूनिट बिजली पैदा की, जिसका प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) 95 फीसदी रहा।

उत्तर प्रदेश में कंपनी के 1,200 मेगावाट के रोसा पावर प्लांट ने 193.8 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जो कि 73 फीसदी पीएलएफ पर काम कर रहा है, महाराष्ट्र में बुटीबोरी बिजली संयंत्र ने 106.1 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जो 80 फीसदी पीएलएफ पर काम कर रहा है।

तीसरी तिमाही के दौरान स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में, राजस्थान में धुरसर में रिलायंस पावर के 100 मेगावाट की सोलर पावर परियोजना ने 2.7 करोड़ यूनिट बिजली पैदा की, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यहां 2.1 करोड़ यूनिट बिजली पैदा हुई थी। यह संयंत्र 80 फीसदी पीएलएफ पर काम कर रहा है।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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