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बिजनेस

रॉयल एनफील्ड ने ब्रिटेन की चेसिस कंपनी खरीदी

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नई दिल्ली | मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी रॉयल एनफील्ड ने मंगलवार को कहा कि उसने ब्रिटेन की चेसिस तथा उपकरण निर्माता कंपनी हैरिस परफॉर्मेस प्रोडक्ट्स का अधिग्रहण कर लिया है। कंपनी के मुताबिक, इस अधिग्रहण से रॉयल एनफील्ड के भावी उत्पादों के लिए इंजीनियरिंग एवं उत्पाद डिजाइन क्षमता का विस्तार होगा।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ लाल ने कहा, “उसकी विशेषज्ञता और मोटरसाइकिल के बारे में गहरी समझ वैश्विक मध्य-श्रेणी मोटरसाइकिल श्रेणी में अग्रणी स्थान हासिल करने की हमारी यात्रा में मूल्यवान साबित होगी।” उन्होंने कहा, “हैरिस परफॉर्मेस के सभी वर्तमान कर्मचारी अब रॉयल एनफील्ड के कर्मचारी होंगे और वे हमारी नई मोटरसाइकिल श्रंखलाओं के लिए विकास इंजीनियरिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे।”

हैरिस परफॉर्मेस कई वर्षो से एक प्रौद्योगिकी साझेदार के रूप में आइशर मोटर्स के मोटरसाइकिल ब्रांड रॉयल एनफील्ड के साथ काम कर चुकी है। इस साझेदारी के तहत रॉयल एनफील्ड के ‘कंटीनेंट जीटी’ कैफ रेसर मॉडल के चेसिस का भी विकास किया गया है। उल्लेखनीय है कि हैरिस परफॉर्मेस ब्रिटेन की एक मात्र कंपनी है जिसे यामाहा और सुजुकी ने ग्रैंड प्रिक्स और वर्ल्ड सुपरबाइक के लिए रेस बाइक की डिजाइन, विकास और विनिर्माण का ठेका दिया है।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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