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विश्व कप : भारत ने टॉस जीता, पहले बल्लेबाजी का फैसला

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आईसीसी विश्व कप-2015, भारत, मेलबर्न क्रिकेट मैदान, बांग्लादेश, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी

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मेलबर्न| भारत ने मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर गुरुवार को बांग्लादेश के साथ जारी आईसीसी विश्व कप-2015 के दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। बांग्लादेशी टीम पहली बार नाकआउट दौर में पहुंची है। मौजूदा चैम्पियन भारत लगातार छह जीत के साथ अंतिम-8 में पहुंचा है जबकि बांग्लादेश ने तीन मैच जीते और उसका एक मैच अनिर्णित रहा। दो मैचो में उसे हार मिली।  दोनों टीमों के बीच खेले गए 28 अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में 24 बार भारतीय टीम विजयी रही है। इस लिहाज से भारत का पलड़ा निश्चित रूप से ज्यादा भारी है।

दोनों ही टीमें इस विश्व कप में मेलबर्न में एक-एक मैच खेल चुकी हैं। भारत ने जहां दक्षिण अफ्रीका को इसी मैदान पर 130 रनों से हराया वहीं बांग्लादेश को ग्रुप-वर्ग में श्रीलंका के खिलाफ 92 रनों से हार झेलनी पड़ी। बांग्लादेश ने 2007 विश्व कप में भारत को ग्रुप मैच में हराया था और भारत आज उसी हार का हिसाब चुकाते हुए खिताब बचाने की अपनी मुहिम जारी रखना चाहेगा।

विश्व कप (2007) के बाद दोनों टीमों 13 बार एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुकी हैं और केवल एक बार भारत को एशिया कप-2012 में हार का सामना करना पड़ा था। अच्छी खबर यह है कि मेलबर्न में मौसम खुल गया है और तेज धूप निकली हुई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भारी बारिश की जो आशंका जताई थी, वह फिलहाल तो सही नहीं दिख रही है। मैच के लिए भारतयी टीम अपरिवर्तित है जबकि बांग्लादेश् ने

टीम (संभावित) :

भारत : शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर/कप्तान), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहित शर्मा, मोहम्मद समी, उमेश यादव।

बांग्लादेश : तमीम इकबाल, इमरुक कायेस, सौम्य सरकार, महमुदुल्लाह, शाकिब अल हसन, मुशफिकुर रहीम (विकेटकीपर), शब्बीर रहमान, नासिर हुसैन, मशरफे मुर्तजा (कप्तान), रुबेल हुसैन, तसकिन अहमद।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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