Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

शाकाहारी या मांसाहारी, सेक्स करने में कौन है आगे

Published

on

Loading

‘सेक्स’ एक ऐसा शब्द है जिसका जिक्र हमारे समाज पर खुलेआम खुलकर नहीं किया जा सकता। इस शब्द का जिक्र होते ही लोग भौचक्के हो जाते है और अक्सर अपनी आँखें नीची करके खड़े हो जाते है पर कहते है- सच को कभी ठुकराया नहीं जा सकता।

‘सेक्स’ हमारे जीवन की आवश्यकता और जरुरत दोनों ही है ऐसे में जरुरी है कि हम इससे जुड़ी हुई हर गंभीर बातों को एक समझदार इंसान की तरह समझे और जानें।

ऐसे में आज हम आपको एक शोध की रिपोर्ट के मुताबिक ये बताएंगे कि सेक्स करने में कौन ज्यादा लुफ्त उठाता है। शाकाहारी या फिर मांसाहारी।

इसी को आधार बनाकर हाल ही में लन्दन में एक शोध किया गया है। जो यह बताता है कि शाकाहारी लोगों में मांसाहारी लोगों के मुकाबले ज्यादा सेक्स पावर होती है। वो बिस्तर में ज्यादा समय बिताते हैं, और अपने साथी को संतुष्ट करने में सक्षम होते हैं।

जी हां।  यह मजाक नहीं है। आप चाहते हैं तो पेटा संस्थान की पूरी रिपोर्ट को ऑनलाइन भी देख सकते हैं। इस संस्था ने इस बात को सिद्ध करने के लिए एक वीडियो भी जारी किया है जो आप देख सकते हैं। इसके साथ-साथ यह तो आज विश्व की कई संस्थायें प्रमाणित कर चुकी हैं कि दूध, और खासकर देशी का दूध, सोयाबीन, चना, देशी घी जैसी चीजों को सेक्स पॉवर के लिए बेहद उपयोगी बताया गया है।

आज बेशक विश्व वियग्रा का प्रयोग कर आने वाली पीढ़ियों को खत्म कर रहा है लेकिन विज्ञान इस बात को साबित कर चुका है कि ऐसा करना पीढ़ियों को कमजोर बनाना है बीमार बनाना है। इस नए शोध ने उन लोगों को बड़े प्यार से समझाने की कोशिश की है जो यह बोलते हैं कि मासाहारी लोगों में ज्यादा ताकत होती है।

पेटा का सर्वे बता रहा है कि जो लोग अत्यधिक मांस का प्रयोग करते हैं। वह बिस्तर में मात्र 10 सेकंड ही टिक पाते हैं जबकि शाकाहारी लोगों से उत्पन्न होने वाली संताने भी स्वस्थ्य पैदा हो रही हैं। पेटा ने 25 जनवरी से शुरू किए नए अभियान के तहत ये वीडियो जारी किया है, जिसमें लोगों से शाकाहार को अपनाने की अपील की जा रही है।

इस वीडियो में 2 कपल्स को दिखाया गया है, जिनकी सेक्स लाइफ के बारे में पेटा के वैज्ञानिकों ने शोध किया है। वैसे, इस वीडियो को टीवी पर आने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

 

ऑफ़बीट

बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

Published

on

Loading

चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

Continue Reading

Trending