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बिजनेस

स्मार्ट शहर पहल के लिए 1 अरब डॉलर देगी सिस्को

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नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)| दुनिया भर के नगर योजनाकारों को अपने समुदायों में बदलाव के लिए प्रौद्योगिकियों को अपनाने में मदद करने के लिए सिस्को ने 1 अरब डॉलर के कार्यक्रम की घोषणा की है। ‘शहर अवसंचरना वित्तीय त्वरण कार्यक्रम’ के अंतर्गत यह वित्त पोषण सिस्को सिस्टम्स की निवेश इकाई सिस्को कैपिटल के माध्यम से निजी इक्विटी फर्म डिजिटल अल्फा एडवाइजर्स, पेंशन फंड निवेशक एपीजी एसेट मैनेजमेंट (एपीजी) और व्हाइटहेल्म कैपिटल के सहयोग से मुहैया कराई जाएगी।

सिस्को स्मार्ट प्लस कनेक्टेड कम्युनिटीज के वैश्विक अध्यक्ष अनिल मेनन ने कहा, वित्त नगरपालिकाओं के लिए स्मार्ट सिटी में बदलाव की राह में एक बड़ी बाधा है।

मेनन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, हमारे भागीदारों के साथ सिस्को स्मार्ट सिटी परियोजना को हकीकत में बदलने के लिए पूंजी और विशेषज्ञता मुहैया कराएगी।

इस कार्यक्रम से शहरों को न्यूनतम प्रारंभिक निवेश के साथ अभिनव प्रौद्योगिकी की तैनाती करने तथा निधि के वित्तीय साधनों के समूह को जुटाने में मदद मिलेगी।

सिस्को ने कहा, चाहे कोई शहर ऊर्जा का प्रयोग घटाना चाहता हो, या ट्रैफिक और पार्किं ग की समस्या सुलझाना चाहता हो या फिर सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना चाहता हो, यह कार्यक्रम शहरों को समाधान मुहैया कराएगा।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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