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हिंदू-मुस्लिम परिवार ने एक-दूसरे को किडनी देकर बचाई 2 जिंदगियां

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नोएडा, 14 जून (आईएएनएस)| ईद-उल-फितर से ठीक पहले नोएडा स्थित जेपी हॉस्पिटल में दोस्ती और भाईचारे की एक अनूठी मिसाल सामने आई। यहां के चिकित्सकों ने एक हिंदू और एक मुस्लिम मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट (गुर्दा प्रत्यारोपण) कर उन दोनों को नई जिंदगी दी। हिंदू मरीज की पत्नी का ब्लड ग्रुप मुस्लिम मरीज के साथ तथा मुस्लिम मरीज की पत्नी का ब्लड ग्रुप हिंदू मरीज के साथ मैच होता था, ऐसे में चिकित्सकों ने इन्हें एक दूसरे को किडनी देने का सुझाव देकर एक बेहतर भाईचारे की मिसाइल पेश की।

किडनी के इस मामले से न केवल दोनों मरीजों की जान बची, बल्कि समाज को भी आपासी सौहार्द का संदेश मिला। चिकित्सकों के इस दल में किडनी ट्रांसप्लांट विभाग से डॉ. अमित देवरा, डॉ. मनोज अग्रवाल और डॉ. एल.पी. चौधरी और नेफ्रोलॉजी विभाग से डॉ. अनिल प्रसाद भट्ट, डॉ. भीमराज और डॉ. हारून शामिल थे।

जेपी हॉस्पिटल के सीनियर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अमित देवरा ने कहा, दोनों मरीजों की जांच करने पर उनमें क्रॉनिक किडनी रोग पाया गया (हाईपरटेंशन के साथ एमएचडी/मेंटेनेंस हीमोडायलिसिस पर), उन्हें रीनल एलोग्राफ्ट ट्रांसप्लान्ट के लिए जेपी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। किडनी ट्रांसप्लांट की दोनों सर्जरियां सफल रहीं, सर्जरी के बाद दोनों डोनर और दोनों मरीज ठीक हैं। किडनीदाता बालो और लीला को सर्जरी के कुछ ही दिन बाद छुट्टी दी गई, वहीं मरीज इकराम और अनिल को ट्रांसप्लांट के 12 दिनों के बाद छुट्टी दी गई।

अस्पताल के वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल प्रसाद भट्ट ने कहा, 53 वर्षीय इकराम और 43 वर्षीय अनिल कुमार राय की किडनी लगातार हाईब्लड प्रेशर के कारण खराब हो गई थीं। हमने दोनों परिवारों के साथ अलग से मीटिंग की। हमने उन्हें बताया कि एक मरीज की पत्नी दूसरे मरीज को किडनी देकर उनकी जान बचा सकती है। दोनों परिवारों को किडनी आदान-प्रदान के बारे में पूरी जानकारी दी। आखिरकार दोनों परिवार तैयार हो गए।

हिंदू और मुस्लिम परिवार इसी तरह आपसी भाईचारा दिखाकर धर्म की राजनीति करने वालों को अंगूठा दिखा सकते हैं।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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