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आध्यात्म

हिमाचल चुनाव : मनाली में नींव बनाने और बचाने की जंग

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नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)| बरसों पुरानी खूबसूरती और अपनी हरियाली के लिए मशहूर पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश का कुल्लू और मनाली पर्यटन स्थल किसी पहचान का मोहताज नहीं है। देश के साथ विदेश से भी पर्यटक यहां घूमने और मस्ती के लिए आते हैं। पर्यटन क्षेत्र होने के साथ क्षेत्र की राजनीति का भी यहां की फिजाओं में खासा प्रभाव रहा है। 2008 में परिसीमन के बाद कुल्लू और मनाली दोनों विधानसभा क्षेत्र अलग-अलग हो गए थे।

हिमाचल प्रदेश की विधानसभा सीट संख्या-22 मनाली विधानसभा। मंडी विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत और 2008 में परिसीमन के बाद कुल्लू से अलग होकर अस्तित्व में आई मनाली विधानसभा में मौजूदा समय में कुल आबादी 84,238 है जिसमें से 64,270 मतदाता इस दफा अपने मतों का प्रयोग कर इस क्षेत्र से विधायक और पार्टी की किस्मत का फैसला करेंगे। मनाली में प्रसिद्ध हिडिम्बा देवी का मंदिर है जिसे 1553 में स्थापित किया गया था साथ ही बीचों बीच बहती व्यास नदी इस क्षेत्र की सुंदरता की कहानी बयां करती है।

2008 में परिसीमन के बाद उभरा मनाली विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक पृष्ठभूमि की दृष्टि से राजपूत बहुल क्षेत्र है। 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में कुल्लू के पूर्व विधायक रहे गोविंद सिंह ठाकुर ने भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। 2017 विधानसभा चुनाव में भी गोविंद सिंह ठाकुर ने भाजपा के बैनर तले नामांकन दाखिल किया है। 49 वर्षीय ठाकुर हिमाचल के पूर्व मंत्री कुंज लाल ठाकुर के बेटे हैं। आरएसएस से जुड़ाव के चलते राजनीति में कदम जमाने वाले गोविंद भाजपा युवा मोर्चा में अपनी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं। 2007 में पहली बार कुल्लू से विधानसभा के लिए गए चुने गए ठाकुर ने 2012 में मनाली से भी विधानसभा चुनाव जीता था।

वहीं कांग्रेस ने भाजपा उम्मीदवार गोविद के खिलाफ हरिचंद शर्मा को मैदान में उतारा है। हरिचंद शर्मा कुल्लू जिला परिषद के पांच साल तक अध्यक्ष रहे थे। हरिचंद शर्मा वर्तमान में राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश संयोजक हैं। हरि चंद्र के नेृतत्व में कुल्लू ने लगातार चार बार राजीव गांधी पंचायती राज सशक्तीकरण पुरस्कार जीता है। 1985 से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले शर्मा 1986 से 1995 तक सर्कल कांग्रेस कमेटी के प्रधान रहे। 1998 से 2000 तक वह जिला युवा कांग्रेस कुल्लू के अध्यक्ष रहे और 2011 में उन्हें जिला अध्यक्ष का पद दिया गया जिसपर वह पांच साल तक काबिज रहे। पार्टी ने लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता को देखते हुए मनाली विधानसभा से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।

इसके अलावा बहुजन पार्टी के जीत राम और निर्दलीय उम्मीदवार गजेंद्र ठाकुर चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

मनाली विधानसभा यूं तो अपनी खुबसूरती के लिए मशहूर है लेकिन चुनावी सरगर्मियों ने क्षेत्र को और मशहूर कर दिया है। एक तरफ जहां राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा इस बात की चर्चा जोरों पर है तो वहीं दूसरी तरफ परिसीमन के बाद सामने आई इस मशहूर सीट से किस पार्टी का उम्मीदवार अपनी जीत की इबारत लिखेगा यह देखना दिलचस्प रहेगा।

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 9 नवंबर को होना है और मतों की गिनती 18 दिसंबर को की जाएगी।

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उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

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नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

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