Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

होंडा के 10 महीनों में 50 लाख दोपहिया वाहन बिके

Published

on

Loading

गुरूग्राम, 1 फरवरी (आईएएनएस)| होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया प्रा. लि ने वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 10 महीनों में 50 लाख वाहनों की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि भारत में संचालन के 17 सालों में पहली बार होंडा के दोपहिया वाहनों की बिक्री मात्र 10 महीनों में 50 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। कंपनी ने 2017 के अप्रैल से 2018 की जनवरी तक कुल 51,63,559 वाहनों की बिक्री की है।

मांग बढ़ने के साथ स्कूटरों की बिक्री 20 फीसदी बढ़कर 30 लाख (32,31,297) के आंकड़े को पार कर गई, जबकि मोटरसाइकलों की बिक्री में 23 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

कंपनी ने कहा कि निर्यात की बात करें तो 27 फीसदी वृद्धि के साथ कंपनी भारत की तीसरी सबसे बड़ी दोपहिया निर्यातक बन गई है। 2018 के पहले महीने में कंपनी ने 33 फीसदी की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की है। 2017 की जनवरी में कंपनी ने 3,89,313 वाहनों की बिक्री की थी, जबकि 2018 की जनवरी में यह संख्या बढ़कर 5,17,732 वाहनों की बिक्री की हो गई है।

होंडा ने कहा कि जनवरी में घरेलू बाजार में स्कूटरों की बिक्री 44 फीसदी बढ़ी है। 2017 की जनवरी में कंपनी ने 2,28,811 वाहनों की बिक्री की थी, जो 2018 की जनवरी में बढ़कर 3,19,305 वाहनों की बिक्री रही है। कंपनी ने 2017 की जनवरी में 1,39,161 मोटरसाइकिलों की बिक्री की थी, 2018 की जनवरी में 22 फीसदी बढ़कर 1,69,505 वाहनों की रही।

होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री और विपणन) यदविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा, वित्त वर्ष 2017-18 होंडा के लिए ऐतिहासिक साल साबित हो रहा है। चालू वित्त वर्ष के मात्र 10 महीनों में 9 लाख नए उपभोक्ता होंडा के साथ जुड़ चुके हैं और कंपनी ने इतनी छोटी सी अवधि में 50 लाख वाहनों की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।

उन्होंने कहा, बजट 2018 में सरकार द्वारा की गई घोषणाओं से ग्रामीण मांग बढ़ेगी। बजट में खरीफ की फसल पर उत्पादन लागत 1.5 गुना बढ़ाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में अवसंरचना और राजमार्गो पर भी ध्यान दिया गया है। दोपहिया वाहनों की 50 फीसदी मांग ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी क्षेत्रों से आती है, ऐसे में बजट 2018 का सकारात्मक असर हमारे उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending