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50 फीसदी से अधिक कर्मचारियों की नजर में रोबोट अतिरिक्त श्रमशक्ति : सर्वेक्षण

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वाशिंगटन, 29 मई (आईएएनएस)| 50 प्रतिशत से ज्यादा कर्मचारियों का मानना है कि रोबोट उनके लिए अतिरिक्त सहयोगी की तरह हैं, क्योंकि रोबोट खुद ही उन कामों को कर डालते हैं, जिन्हें कर्मचारियों को करना पड़ता।

सर्वेक्षण दिखाता है कि कर्मचारी नौकरी खोने की चिंता करने के बजाय रोबोट को सहकर्मी के रूप में अपनाने के लिए तैयार हैं।

करीब 30 प्रतिशत कर्मचारियों ने कहा कि सह-कर्मियों के मुकाबले मशीन ज्यादा उपयुक्त है, क्योंकि वे कार्यालय में होने वाली राजनीति में शामिल नहीं होते।

वहीं, 34 प्रतिशत नियोक्ताओं का मानना है कि कार्यस्थल पर मनुष्यों की तुलना में रोबोट ज्यादा कुशल होते हैं और बेहतर काम करते हैं।

अमेरिकी कंपनी एपिकॉर सॉफ्टवेयर कॉर्पोरेशन के उपाध्यक्ष टेरी हिस्की (प्रोडक्ट मार्केटिंग, मैन्युफैक्चरिंग) ने मंगलवार को एक बयान में कहा, हमारा सर्वेक्षण दिखाता है कि रोबोट द्वारा अपनी नौकरी छीन जाने को लेकर चिंता करने के बजाय कर्मचारी इन मशीनों के साथ काम करने को लेकर वास्तव में खुश हैं। कार्यालय की राजनीति में शामिल नहीं होने से लेकर सभी खूबियों के साथ भविष्य में हम इसे और ज्यादा देखने की उम्मीद करते हैं।

सर्वेक्षण में यह भी दिखाया गया है कि औद्योगिक श्रमशक्ति पुरानी हो रही है और सिर्फ एक-चौथाई (23 प्रतिशत) व्यवसाय वर्तमान में सही ज्ञान के साथ भर्तियों को आकर्षित करने में सक्षम है। ऐसे में जहां मानव संसाधन कम है, वहां इस प्रकार रोबोट का उपयोग इन क्षमताओं को पेश कर सकता है।

यह युवा प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहित कर सकता है। 33 प्रतिशत युवा नए विकास के साथ काम करना चाहते हैं।

हिस्की ने कहा, शुरुआती स्तर के पदों के लिए कुशल उम्मीदवारों की तलाश को लेकर नियोक्ताओं की परेशानियों और व्यापार की वृद्धि बनाए रखने को लेकर कर्मचारियों पर पड़ने वाले दबाव के बीच श्रमशिक्त में स्वचालित पहलू आपूर्ति श्रृंखला में क्षमता निर्माण और डिजिटल रूपांतरण का एक नया रास्ता पेश करता है।

सर्वेक्षण में 14 देशों के लगभग 2,500 व्यवसायिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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