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52 के सलमान अब निभाएंगे 18 वर्ष का किरदार, दिलचस्प है वजह

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नई दिल्ली। आजकल सोशल मीडिया से लेकर सब जगह सलमान के ही चर्चे हो रहे हैं, सलमान खान और कैटरीना कैफ की फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ ने अच्छी खासी कमाई भी की है। बता दें कि ‘सुल्तान’ और ‘टाइगर जिंदा है’ के बाद सलमान खान और अली अब्बास जफर की जोड़ी एक बार फिर से बड़े पर्दे पर कमाल करने वाली है। सलमान जल्द ही फिल्म ‘भारत’ में नजर आएंगे।

Image result for SALMAN YOUNG DAYSदरअसल, प्रोड्यूसर अतुल अग्निहोत्री का कहना है कि, चूंकि सलमान को बच्चे काफी पसंद है और वो युवाओं के अभी आइडल है तो इस किरदार के लिए वह एकदम फिट है।

Related imageइस फिल्म अतुल अग्निहोत्री प्रोड्यूस कर रहे हैं। सलमान की यह फिल्म जबरस्त एक्शन सीन से भरपूर होगी। सलमान फिल्म में 18 साल के लड़के की भूमिका में नजर आएंगे और उनका किरदार जिंदगी के हर पड़ाव को पार करता हुआ 70 साल के बुजुर्ग की भूमिका तक जा पहुंचेगा। फिल्म की टीम ने ‘भारत’ पर काम करना शुरू कर दिया है।

 

एक्शन सीन की होगी भरमार- 

सलमान की यह फिल्म जबरस्त एक्शन सीन से भरपूर होगी। सलमान फिल्म में 18 साल के लड़के की भूमिका में नजर आएंगे और उनका किरदार जिंदगी के हर पड़ाव को पार करता हुआ 70 साल के बुजुर्ग की भूमिका तक जा पहुंचेगा। फिल्म की टीम ने ‘भारत’ पर ग्राउंड वर्क शुरू कर दिया है।

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स्क्रिप्ट हो चुकी है तैयार- 

फिल्म को लेकर अली का कहना है कि फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है। इस फिल्म में सलमान का लुक ‘मैने प्यार किया’ के प्रेम जैसा दिखेगा। इसके लिए खास तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।अली कहते हैं, ‘हमने सलमान को पुराना लुक दने के लिए वीएफएक्स की टीम से बात की है। इस टीम ने शाहरुख खान की फिल्म ‘फैन’ के लिए भी कमाल का काम किया था।’

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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