प्रादेशिक
पर्यटकों को बुला रहा धौलाधार पर्वत का तिरंगा
नई दिल्ली| हिमाचल प्रदेश की धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं के बीच बर्फीली चोटियों से घिरे प्रसिद्ध पर्वतीय स्थल डलहौजी के प्रतिष्ठित आवासीय स्कूल ‘डलहौजी पब्लिक स्कूल’ के परिसर में स्थापित राज्य के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे ने इस पर्यटन स्थल को नई पहचान दी है। समुद्र तल से 7,000 फीट ऊंचाई पर 108 फीट ऊंचे स्मारक फ्लैग पोस्ट पर पॉलिस्टर सिल्क से जड़ा आकर्षक तिरंगा पर्वतों के बीच शान से चौबीस घंटे लहराता है तथा रात को इसे दो 400 वाट मेटल हैंडिल लैम्प की रोशनी से चकाचौंध किया जाता है, जिससे शांत सुरम्य पहाड़ियों में इसकी आभा और भी बढ़ जाती है।
देवभूमि हिमाचल की पहाड़ियों पर स्थापित 108 फीट लंबा तिरंगा इस पर्वतीय राज्य में सबसे लंबा राष्ट्रीय ध्वज माना जाता है, जिसे अक्टूबर 2014 में स्कूल के स्थापना दिवस पर भारतीय तट रक्षक के महानिदेशक वाईस अडमिरल अनुराग जी. थपालियाल ने पूरे सम्मान तथा गरिमा से स्थापित किया था।
यह राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा मजबूत राष्ट्र की पहचान के रूप में प्रदर्शित होकर स्कूली छात्रों, पर्यटकों तथा स्थानीय जनमानस में एकता तथा अखंडता की भावना को सु²ढ़ कर रहा है।
डलहौजी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. जी.एस. ढिल्लो ने बताया कि राष्ट्रीय ध्वज के देश के महत्वपूर्ण रोचक तथा जीवंत पहलुओं को उजागर करता है तथा इससे देशभक्ति का उत्साह उमड़ता है जिसका युवाओं पर जीवनभर दूरगामी प्रभाव पड़ता है।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी को अंग्रेजी हकूमत ने अपने अधिकारियों के लिए गर्मियों की सैरगाह के तौर पर 1854 में स्थापित किया था तथा अत्यंत मनोहर वादियों से घिरे इस पर्यटक स्थल में साल भर में लगभग एक लाख भारतीय तथा विदेशी पर्यटक भ्रमण करते हैं।
इस पर्वतीय स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज एक नया आकर्षण का केंद्र बन गया है, जहां युवा खड़े होकर सेल्फी लेते हैं और इसे निहारते हैं।
डॉ. ढिल्लों ने बताया कि इस तिरंगे को फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के माध्यम से प्राप्त किया गया था तथा इसका मास्ट बजाज इलेक्ट्रिकल इंडिया चंडीगढ़ द्वारा प्रदान किया गया था। उन्होंने बताया कि 20 फीट गुणा 30 फीट के आकार के इस तिरंगे झंडे का कुल वजन 85 किलोग्राम है।
उन्होंने बताया कि इस अंर्तराष्ट्रीय ख्याति के पर्यटक स्थल पर तिरंगा फहराने का विचार जब उनके दिमाग में आया तो उन्होंने फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया से संपर्क साधा। इस संस्था ने उन्हें बजाज इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (मुंबई) से संपर्क साधने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप बजाज इलेक्ट्रिकल (चंडीगढ़) की टीम ने स्कूल परिसर का दौरा करके इस क्षेत्रा की भौगोलिक परिस्थितियों का जायजा लिया तथा 10 गुणा 10 फीट की दो मीटर गहरी बुनियाद बनाई गई, जहां तिरंगा स्थापित किया गया।
तिरंगे के मास्ट का कुल वजन 1500 किलोग्राम है, जिसे हाई टैन्सिल स्टील से बनाया गया है। इस स्टील को अधिकतम सु²ढ़ता प्रदान करने के लिए ग्लैवनाइज किया गया है।
इस सीजन में राष्ट्रीय ध्वज को देखने के लिए यहां अब तक 25,000 लोग पहुंचे हैं।
यह तिरंगा 170 किलोमीटर प्रतिघंटा की तेज हवाओं का प्रहार आसानी से सह सकता है। इसके लंबे जीवन के लिए इसमें विशेष मल्टी रस्टजिंक से कोटिंग की गई है, ताकि इसे जंग आदि से लंबे समय तक बचाया जा सके।
इस तिरंगे को डलहौजी, खजियार तथा आस-पास के कई गांवों से गरिमापूर्ण अंदाज में लहाराता देखा जा सकता है।
18+
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
-
उत्तराखंड2 days ago
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अस्पताल में भर्ती, सांस लेने में तकलीफ
-
उत्तराखंड2 days ago
उत्तराखंड सरकार ने भू-कानून के उल्लंघन पर अपनाया सख्त रुख
-
राजनीति2 days ago
महाराष्ट्र विस चुनाव: सचिन ने डाला वोट, बोले- सभी लोग बाहर आकर मतदान करें
-
प्रादेशिक2 days ago
यूपी उपचुनाव : मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर सीट पर बवाल, पुलिस ने संभाला मोर्चा
-
मध्य प्रदेश2 days ago
24 से 30 नवंबर तक यूके और जर्मनी प्रवास पर रहेंगे सीएम मोहन यादव, प्रदेश में निवेश लाना है मकसद
-
अन्य राज्य3 days ago
महाराष्ट्र और झारखंड में वोटिंग करने के लिए पीएम मोदी ने की खास अपील
-
प्रादेशिक2 days ago
नई दिल्ली में भव्य ‘महाकुंभ कॉन्क्लेव’ का आयोजन करेगी योगी सरकार
-
बिहार2 days ago
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निकालेंगे महिला संवाद यात्रा, 225 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव