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बिजनेस

शेयर बाजार : आर्थिक आंकड़े, मानसून की प्रगति पर रहेगी नजर

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शेयर बाजार, आर्थिक आंकड़े, मानसून की प्रगति, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश

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शेयर बाजार, आर्थिक आंकड़े, मानसून की प्रगति, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश

bse

मुंबई| देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति पर रहेगी। इस दौरान शेयर बाजारों में निवेशकों की नजर वैश्विक बाजारों के रुझानों, प्रमुख आंकड़ों, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल व तेल कीमतों पर भी बनी रहेगी।

निवेशकों की नजर अगले सप्ताह मानसून की प्रगति पर बनी रहेगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आठ जून को केरल में मानसून के प्रवेश की घोषणा कर दी है। केरल में आगमन के साथ ही देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून सत्र की शुरुआत होती है। विभाग द्वारा जारी मानसून के अनुमान के मुताबिक जून-सितंबर के दौरान मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत की 106 फीसदी रहेगी। प्रचुर मानसूनी बारिश देश की कृषि के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

बाजार सोमवार 13 जून को औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े पर प्रतिक्रिया करेगा, जिसकी घोषणा शुक्रवार को हुई। देश के औद्योगिक उत्पादन में अप्रैल 2016 में 0.8 फीसदी गिरावट दर्ज की गई, जिसमें एक महीने पहले 0.30 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई थी और एक साल पहले समान अवधि में तीन फीसदी वृद्धि दर्ज की गई थी।

सोमवार को ही सरकार मई 2016 के लिए उपभोक्ता महंगाई दर के आंकड़े जारी करेगी। अप्रैल महीने में उपभोक्ता महंगाई दर 5.39 फीसदी दर्ज की गई थी, जो मार्च में 4.8 फीसदी थी।

मंगलवार 14 जून को सरकार मई महीने के लिए थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी करेगी। अप्रैल महीने में थोक महंगाई दर 0.3 फीसदी दर्ज की गई थी। लगातार 17 महीने तक नकारात्मक दायरे में रहने के बाद थोक महंगाई दर सकारात्मक दायरे में आई है।

आगामी सप्ताह तेल विपणन कंपनियों के शेयरों पर भी नजर रहेगी। ये कंपनियां हर महीने के मध्य और आखिर में गत दो सप्ताह के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों के आधार पर देश में रिटेल तेल मूल्यों की समीक्षा करती हैं।

अमेरिकी कंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की नीति निर्मात्री समिति फेडरल ओपेन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की दो दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक मंगलवार 14 जून को शुरू होगी, जिस पर निवेशकों का विशेष ध्यान रहेगा। बाजार को हालांकि दरों में कोई बदलाव नहीं किए जाने की उम्मीद है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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