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प्रादेशिक

मप्र : शिवराज गुरुवार को कर सकते हैं राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार

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मप्र : शिवराज गुरुवार को कर सकते हैं राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार

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मप्र : शिवराज गुरुवार को कर सकते हैं राज्य मंत्रिमंडल का विस्तारभोपाल| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नामों पर अंतिम फैसला दिल्ली में होगा, इसलिए बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री चौहान दिल्ली के लिए रवाना हो गए। राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा अरसे से चल रही है, मगर पार्टी स्तर पर इसकी कवायद पहली बार तेज हुई है। चौहान के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। इस संदर्भ में गत मंगलवार की रात को मुख्यमंत्री के निवास पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्घे, प्रदेश के संगठन महामंत्री सुहास भगत ने शिवराज सिंह चौहान के साथ गहन मंत्रणा की और नए नामों की एक सूची तैयार की गई जिसको लेकर बुधवार की सुबह चौहान दिल्ली गए।

चौहान के मंत्रिमंडल में फिलहाल 18 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री हैं। राज्यमंत्री अपना प्रमोशन चाह रहे हैं तो कई कैबिनेट मंत्री विभाग में फेरबदल। वहीं कई विधायक मंत्री बनने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है उनमें अर्चना चिटनीस, जयभान सिंह पवैया और रामलाल रौतेल प्रमुख हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बनाने के भी पार्टी स्तर पर प्रयास हो रहे हैं।

चौहान के मंत्रिमंडल में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों कैलाश जोशी और सुंदरलाल पटवा के परिजन दीपक जोशी व सुरेंद्र पटवा राज्य मंत्री हैं, जिन्हें प्रोन्नत करने का दबाव है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र सखलेचा व वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग के परिजन विश्वास सारंग को मंत्री बनाने के लिए जोर लगाया जा रहा है।

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान का कहना है कि योग्यता के आधार पर मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी, न कि राजनीतिक पृष्ठभूमि के आधार पर।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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