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प्रादेशिक

मप्र में श्रमिक हड़ताल का कई हिस्सों में असर

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हड़ताल

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nationwide-strikeभोपाल| केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ 10 श्रमिक संगठनों की राष्ट्रव्यापीहड़ताल का शुक्रवार को मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर प्रभाव देखा जा रहा है। इसके तहत विभिन्न क्षेत्रों से सभाओं तथा रैलियों के आयोजन की तैयारी है। भोपाल स्थित भारत हेवी इलेक्टिकल्स लिमिटेड (भेल) के कारखाने में भी हड़ताल का असर देखा जा रहा है।

राजधानी भोपाल के केंद्रीय विभागों के दफ्तरों में देशव्यापीहड़ताल का असर सुबह से ही दिखने लगा है। इस कारण कामकाज काफी प्रभावित हो रहा है तथा श्रमिक संगठनों के नेताओं के अनुसार, यहां दोपहर में रैली निकाली जाएगी और सभाएं होंगी।

राजधानी के भोपाल स्थित भेल कारखाने में भी हड़ताल का असर है। इंटक के प्रदेश सचिव दीपक गुप्ता ने आईएएनएस को बताया कि कारखाने में कार्यरत 14 हजार कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों में से अधिकांश हड़ताल पर हैं। इससे कामकाज प्रभावित है।  इसी तरह, राज्य के अन्य हिस्सों इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर आदि स्थानों से भी हड़ताल के कारण कामकाज प्रभावित होने की सूचना है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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