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प्रादेशिक

अखिलेश से मुलाकात अच्छी रही, जल्द ही सब सामान्य होगा : रामगोपाल

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रामगोपाल

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रामगोपाललखनऊ| उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी उठापटक के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री और शिवपाल यादव के बीच चल रही तनातनी को लेकर हर पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। रामगोपाल ने कहा कि परिवार के भीतर सब कुछ ठीक है। जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा।

उन्होंने मुख्यमंत्री आवास 5, कालीदास मार्ग से बाहर निकलने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि परिवार के भीतर सब कुछ ठीक है। मुख्यमंत्री अखिलेश से मुलाकात अच्छी रही।  रामगोपाल ने कहा कि यह झगड़ा बाहरी व्यक्ति द्वारा किया हुआ है। बाहरी व्यक्ति चाहते हैं कि पार्टी बर्बाद हो जाए। ऐसे लोग मुलायम की सरलता का लाभ उठा रहे हैं। नेताजी के इशारे पर सब कुछ ठीक हो जाएगा।

रामगोपाल से यह पूछे जाने पर कि जिस बाहरी व्यक्ति का जिक्र वह कर रहे हैं क्या वह सांसद अमर सिंह हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के बीच धारणा यही है। लोगों का मानना है कि अमर सिंह की वजह से ही ऐसा हो रहा है। संभवत: बाहरी व्यक्ति वही हैं। रामगोपाल ने कहा कि अमर सिंह कहते हैं कि वह मुलायमवादी हैं। उन्हें पार्टी से कोई मतलब नहीं है। इसलिए वह पार्टी के लिए सही नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से बहुत से बिंदुओं पर बातचीत हुई, लेकिन सभी बातें वह मीडिया के साथ साझा नहीं कर सकते। यह पूछने पर कि क्या अमर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी? इस पर रामगोपाल ने कहा कि यह अधिकार नेताजी के पास है। वह जो कहेंगे वही होगा।

सपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि नेताजी के फैसले के बाद मुख्यमंत्री की तरफ से इतनी जल्दी प्रतिक्रिया आ जाएगी। जब नेताजी ने अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला लिया था, तब उन्होंने अखिलेश से बातचीत की थी। अखिलेश ने कहा कि जब नेताजी सहमत हैं तो उन्हें हटाने का आदेश जारी किया जाए।

इधर, शिवपाल यादव भी गुरुवार को लखनऊ पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका शानदार स्वागत किया। हवाईअड्डा से बाहर निकलने के बाद शिवपाल ने केवल इतना ही कहा कि नेताजी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे निभाऊंगा। गौरतलब है कि उप्र में समाजवादी पार्टी और सरकार के बीच उठापटक जारी है। दो दिन पहले अखिलेश ने दो मंत्रियों गायित्री प्रसाद प्रजापति व राजकिशोर को बर्खास्त किया। फिर अगले ही दिन उन्होंने मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटा दिया।

अखिलेश के इन फैसलों के बाद दिल्ली में मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर अखिलेश यादव को सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर शिवपाल को उप्र की कमान सौंप दी थी। इसके बाद अखिलेश ने फिर पलटवार किया और शिवपाल को महत्वहीन विभाग देकर उनका कद छोटा कर दिया।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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