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नोटबंदी से आम लोगों को नुकसान, जीडीपी 2 फीसदी घटेगी : मनमोहन सिंह

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Former prime minister Manmohan Singh

Former prime minister Manmohan Singh

 

नई दिल्ली | देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के क्रियान्वयन में ‘भारी कुप्रबंधन’ का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे जीडीपी दो फीसदी तक लुढ़क जाएगी। उन्होंने इसे ‘संगठित व वैधानिक लूट’ बताया। देश के पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रह चुके मनमोहन ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान कहा, “सरकार के इस फैसले से देश की जीडीपी में लगभग दो फीसदी की गिरावट आएगी। यह आंकड़ा अनुमान से अधिक नहीं बल्कि कम है।”

मनमोहन ने अपने सात मिनट के संबोधन में कहा, “यह जो कुछ हुआ है उससे मुद्रा प्रणाली और बैंकिंग प्रणाली में लोगों का विश्वास कम हो सकता है।”

उन्होंने कहा, “यह सही नहीं है कि बैंकिंग प्रणाली में हर दिन नए नियम लागू हों। यह प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय के कार्यालय और आरबीआई के संदर्भ में बेहद असंतोषजनक नजर आता है।”

मनमोहन ने हैरानी जताई कि क्या सरकार नोटबंदी से लोगों को होने वाली कठिनाइयों और इससे छोटे कारोबारियों, आम आदमी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर सचेत थी?

उन्होंने कहा कि 90 फीसदी कार्यबल अनौपचारिक क्षेत्र और 55 फीसदी कृषि क्षेत्र में है, जो कठिनाई के दौर से गुजर रहा है।

मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहता हूं कि वह किसी ऐसे देश का नाम बताएं, जहां लोगों ने बैंक में अपने पैसा जमा कराए हैं लेकिन वे उसे निकाल नहीं सकते।”

सिंह ने कहा, “नोटबंदी के क्रियान्वयन में भारी कुप्रबंधन हुआ है और इसे लेकर देश में कोई दो राय नहीं है।”

उन्होंने कहा, “यह संगठित व वैधानिक लूट का मामला है। इसकी खामियां गिनाना मेरा मकसद नहीं है। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री आखिर में ही सही इसका समाधान निकालेंगे।”

उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री इस समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए व्यावहारिक तरीके ढूंढने में मदद करेंगे। इस दौरान 60 से 65 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी से जो क्षेत्र अत्यधिक प्रभावित हुए हैं वे छोटे कारोबार, खेती और सहकारी बैंकिंग है। उन्होंने सरकार से लोगों की समस्याओं का समाधान करने की अपील की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस अपील पर कि लोग केवल 50 दिनों तक परेशानी सहें, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जॉन मेनार्ड केन्स को उद्धृत करते हुए कहा, “जो नोटबंदी को दीर्घकालिक हित में बता रहे हैं, उन्हें इस कथन को याद रखना चाहिए कि ‘भविष्य में तो हम सभी मर जाएंगे’।”

उत्तर प्रदेश

सुप्रीम कोर्ट के बुलडोजर एक्शन पर रोक के फैसले का मौलाना अरशद मदनी ने किया स्वागत

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नई दिल्ली। बुलडोजर एक्शन को लेकर सुप्रीम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने कानूनी प्रक्रिया अपनाए बिना बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है। साथ ही कोर्ट ने यह भी बताया है कि अगर कोई अनधिकृत निर्माण किया गया है तो ऐसे केस में यह फैसला लागू नहीं होगा। कोर्ट ने कहा, घर बनाना संवैधानिक अधिकार है। राइट टू शेल्टर मौलिक अधिकार है।

मौलाना अरशद मदनी ने किया फैसले का स्वागत

कोर्ट के इस फैसले का जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने स्वागत किया है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा, कोर्ट ने बिल्कुल सही स्टैंड अपनाया है। यह जमीयत उलेमा हिंद की बड़ी उपलब्धि है। हम मुबारकबाद देते हैं उन जजों को जिन्होंने लोगों की दिल की बात को सुना है, उनकी परेशानियां अपनी परेशानी समझी है। खुदा करें हमारे देश में इसी तरह गरीबों को सही हक देने के फैसले होते रहे। हम तो यह समझते हैं कि फैसला बहुत अच्छा आया है।

मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि, “कोई चीज वैध हो या अवैध “इसका फैसला न्यायपालिका करेगी। यहां फैसला आज सुप्रीम कोर्ट ने जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से गैरकानूनी बुलडोजर कार्रवाई को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनाया है। मौलाना अरशद मदनी ने गैरकानूनी बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के इस फैसला का स्वागत करते हुए कहा कि उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देशों से बुलडोजर कार्रवाई पर लगाम लगेगी।

बता दें कि इससे पहले इसी मामले पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने बयान देते हुए कहा था कि बुलडोजर कार्रवाई करने वाले आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का जानी चाहिए।

 

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