अन्तर्राष्ट्रीय
‘इस्लाम से जुड़े पूर्वाग्रहों को बढ़ावा दे रहे फेसबुक, ट्विटर’
लंदन| विश्व की शीर्ष सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक और ट्विटर ने नस्लवाद विरोधी समूहों द्वारा बार-बार सचेत करने के बावजूद इस्लाम से जुड़े पूर्वाग्रहों को बढ़ावा देने वाले सैकड़ों पोस्ट अब तक नहीं हटाए हैं। समाचार पत्र ‘द इंडीपेंडेंट’ में शनिवार को प्रकाशित रपट से यह जानकारी मिली।
रपट के अनुसार, रॉदरहम यौन प्रताड़ना और तेजी से विश्व पटल पर उभरे दुर्दात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा ब्रिटिश बंधकों की हत्या की घटनाओं के बाद इन सोशल साइटों पर मुस्लिमों के खिलाफ घृणा फैलाने वाले संदेशों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
पिछले चार महीनों में नस्लवाद विरोधी समूह इस तरह के दर्जनों अकाउंट और सैकड़ों पोस्ट के प्रति सोशल साइट कंपनियों को आगाह कर चुके हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, “रिपोर्ट करने के बावजूद इनमें से अधिकांश अकाउंट अभी भी सक्रिय हैं।” विभिन्न धर्म समूहों के बीच भाइचारे के लिए काम करने वाली संस्था ‘फेथ मैटर्स’ के निदेशक फैयाज मुगल ने कहा, “फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों द्वारा नफरत फैलाने वाले, समाज को तोड़ने वाले और प्रत्यक्ष तौर पर कट्टरता फैलाने वाले संदेशों को न हटाना नैतिक रूप से अस्वीकार्य है।”
फेसबुक ने प्रत्युत्तर में कहा है, “उसका लक्ष्य विचार की स्वतंत्रता में संतुलन बनाए रखना और सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल बनाए रखना है।”
फेसबुक की प्रवक्ता ने कहा, “नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग, सेक्स, सेक्स के प्रति अभिरूचि, अपंगता या चिकित्सकीय परिस्थिति के आधार पर सीधे तौर पर किए गए पोस्ट के खिलाफ रिपोर्ट मिलने पर कंपनी उन्हें तुरंत हटा देती है।”
दूसरी ओर ट्विटर ने भी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने हिंसा की धमकी देने वाले संदेशों को पूरी तरह प्रतिबंधित कर रखा है और कंपनी का नियम तोड़ने वाले सभी संदेशों पर निगरानी रखती है।
IANS News
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।
इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।
इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
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