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बारात में नाचते–नाचते मर गया दूल्‍हा, पसरा मातम

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मातम, गुजरात, वड़ोदरा, शादी, मातम, दूल्हाब

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बड़ोदरा। गुजरात के वड़ोदरा में शादी के जश्‍न में ऐसा वाकया हुआ कि घरातियों और बारातियों में मातम पसर गया।

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वडेादरा के रणोली गांव में 23 साल के राजा सोलंकी की शादी तय थी। समय पर बारात गाजे बाजे के साथ नाचते गाते गांव पहुंच गई। खुशी के मारे दूल्‍हा भी नाच रहा था। दोस्‍तो और परिवारवालों ने दूल्हे को कंधे पर उठा रखा था। दूल्हा मस्ती में सराबोर था। इस बीच कंधे पर बैठा दूल्‍हा नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि दूल्हे ने देसी और विदेशी दोनों शराब पी रखी थी। इसी को उसकी मौत की वजह भी बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि दूल्हा अपने परिवारीजनों के कंधे पर बैठ कर नाच रहा था।

अचानक उसकी गर्दन एक तरफ लुढ़क गई। लोग उसे घेर कर खड़े हो गए। जब राजा काफी देर तक नहीं उठा तो परिवारीजन उसे आनन फानन में अस्‍पताल ले गए, जहां कुछ देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। अचानक हुए हादसे से सभी हैरान रह गये।

किसी को समझ नहीं आया कि क्या हुआ. लेकिन, जिस लड़की से उसकी शादी होनी थी, उसकी तो दुनिया ही उजड़ गई। जिसके बेटे की शादी हो रही थी, उनकी भी तो दुनिया उजड़ गयी। पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि दूल्हे की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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