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खेल-कूद

घर पहुंचने पर पाकिस्तानी टीम का शानदार स्वागत

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लाहौरय/कराची, 20 जून (आईएएनएस)| पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचने वाली पाकिस्तानी टीम का स्वदेश वापसी पर जोरदार स्वागत हुआ है। टीम के स्वागत में प्रशंसक देर रात तक जगे रहे।

पाकिस्तान ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी भारत को पिछले रविवार को फाइनल मुकाबले में 180 रनों से करारी शिकस्त दी थी।

पाकिस्तान के अखबार द डॉन के मुताबिक, मंगलवार सुबह तड़के कराची और लाहौर हवाइअड्डों पर भारी भीड़ मौजूद थी।

पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद द्वारा ट्वीटर पर जारी किए गए वीडियो में वह ट्रॉफी को हाथ में लिए पाकिस्तान..पाकिस्तान के नारे लगा रहे हैं।

सरफराज ने श्रीलंका के खिलाफ अहम मुकबाले में 61 रनों की पारी खेली टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया था। वह और तेज गेंदबाज रूमान रईस जब अपने घर की तरफ जा रहे थे तब सुबह 4.45 बजे कराची में पूरा रास्ता भारी भीड़ से सजा था।

डॉन के मुताबिक, प्रशंसकों ने सरफराज के घर के रास्ते में 70 फुट का राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सरफराज सिंध राज्य की सरकार द्वारा दिए गए विशेष दस्ते की देखरेख में घर पहुंचे।

हर कोई इस मौके पर सेल्फी लेने में व्यस्त था। रिपोर्ट के मुताबिक, सरफराज और रुमान को सिंध की पारंपरिक शॉल और कैप भेंट स्वरूप दी गईं।

अखबार ने सरफराज के हवाले से लिखा है, हमने एक इतिहास रचा है। मेरा मानना है कि यह जीत भूली नहीं जाएगी।

पाकिस्तान टीम के नौ सदस्य पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी खेल रहे थे। सरफराज ने अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया और अपनी टीम के सीनियर खिलाड़यों की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, अहम मौकों पर हमारी टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी ली और अच्छा प्रदर्शन किया। यह पाकिस्तान के लिए अच्छी बात है कि युवा खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया। ट्रॉफी जीतना मुश्किल था। यह टीम के संयुक्त प्रयास से मुमकिन हो सका।

प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए हसन अली, फहीम अशरफ, बाबर आजम और अहमद शाहजाद को पंजाब की सरकार ने लाहौर में फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया।

भारत से ही पहले मैच हारने के बाद पाकिस्तान ने वो विजय रथ पकड़ा, जिस पर सवार को होकर उसने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी खिताब की प्रबल दावेदार को मात दी और फिर भारत को परास्त किया।

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खेल-कूद

IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति

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पटना। बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है। वैभव को आईपीएल मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। 13 साल 243 दिन की उम्र में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स उन्हें अपने साथ जोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान ने 1.1 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।

वैभव ने हाल ही में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा जब वह अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (13 वर्ष, 288 दिन) बने। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 के लिए खेले गए यूथ टेस्ट में 62 गेंदों पर 104 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 58 गेंदों पर शतक बनाया। यह किसी भारतीय का सबसे तेज यूथ टेस्ट शतक और दुनिया में दूसरा सबसे तेज शतक था।

वैभव एक बेहतरीन खिलाड़ी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 आईपीएल में वह जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे। वैभव की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। महज 13 साल के बेटे के करोड़पति बनने के बाद उनके पिता भावुक नजर आ रहे हैं।

एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कहा कि अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। अपनी खेती तक की जमीन बेच दी ताकि वैभव क्रिकेट खेल सके और अपना करियर बना सके। वैभव के बारे में बात करते हुए पिता ने बताया कि उसे हमेशा से क्रिकेट में रूचि थी और वह महज 5 साल का था, तब से क्रिकेट खेल रहा है। वैभव को उनके पिता ने ही घर में नेट प्रैक्टिस करवाई, जिसके बागद समस्तीपुर क्रिकेट एकेडमी भेजा। उनके पिता ने बेटे की कामयाबी के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी का भी शुक्रिया किया।

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