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खेल-कूद

अगले राष्ट्रमंडल खेलों में पदक का रंग बदलना चाहते हैं विकास

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हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) , 25 जून, (आईएएनएस)| ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेल-2014 में भारत को रजत पदक दिलाने वाले भारोत्तोलन खिलाड़ी विकास ठाकुर इन खेलों के अगले संस्करण में अपने पदक का रंग बदलना चाहते हैं। यही उनका अभी शीर्ष लक्ष्य है।

अगले राष्ट्रमंडल खेल 2018 में आस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में आयोजित किए जाने हैं। इन खेलों के लिए हुई ट्रायल्स में विकास का चयन हो गया है। वह अब तैयारी के लिए पहले अमेरिका और फिर आस्ट्रेलिया रवाना होंगे।

लेकिन उससे पहले इस खिलाड़ी ने हिमाचल प्रदेश ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लिया और स्वर्ण पदक हासिल किया।

विकास ने अपने अगले लक्ष्य के बारे में कहा, मेरा जो प्राथमिक लक्ष्य है वो यह है कि मैं अगले राष्ट्रमंडल खेलोंे में अपने पदक का रंग बदलने की कोशिश करूंगा और पूरा प्रयास करूंगा कि इस बार स्वर्ण आ जाए। उसके बाद एशियाई खेलों की तैयारी करूंगा।

विकास का मानना है कि भारोत्तोलन में भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पिछले कुछ वर्षो में अच्छा विकास किया है, खासकर महिलाओं ने। उन्होंने कहा, हमने बीते वर्षों में काफी सुधार किया है। हमारी महिलाओं ने अच्छा सुधार किया है। पुरुषों ने भी किया है, लेकिन अभी और सुधार करना बाकी है।

यहां हिमाचल ओलम्पिक खेलों में खेलने पर विकास ने कहा, स्तर की कोई बात नहीं है। मैं भी यहीं से निकला हूं। ऐसी कोई बात नहीं है कि आप बड़े खिलाड़ी हो तो नहीं खेल सकते। मैं यहां खेला हूं तो मुझे लगता है कि दूसरे खिलाड़ियों को मुझसे प्ररेणा मिलेगी। मुझे देखकर उनके मन में आएगा की हम भी कुछ करें। उनके मन में खटास होगी, लेकिन वो खटास अच्छी होगी।

इन खेलों में और सुधार की बात को मानते हुए विकास ने कहा, अभी भी सुधार की बहुत जरूरत है। अवसरंचना की कमी है। आपको खिलाड़ी तैयार करने हैं तो आपको अच्छी अवसंरचना और अच्छे साधन चाहिए जिनकी कमी है। लेकिन यह पहली बार है और आयोजकों ने अच्छा काम किया है। उम्मीद है कि आने वाले समय में सुधार होगा।

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खेल-कूद

IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति

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पटना। बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है। वैभव को आईपीएल मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। 13 साल 243 दिन की उम्र में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स उन्हें अपने साथ जोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान ने 1.1 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।

वैभव ने हाल ही में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा जब वह अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (13 वर्ष, 288 दिन) बने। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 के लिए खेले गए यूथ टेस्ट में 62 गेंदों पर 104 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 58 गेंदों पर शतक बनाया। यह किसी भारतीय का सबसे तेज यूथ टेस्ट शतक और दुनिया में दूसरा सबसे तेज शतक था।

वैभव एक बेहतरीन खिलाड़ी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 आईपीएल में वह जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे। वैभव की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। महज 13 साल के बेटे के करोड़पति बनने के बाद उनके पिता भावुक नजर आ रहे हैं।

एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कहा कि अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। अपनी खेती तक की जमीन बेच दी ताकि वैभव क्रिकेट खेल सके और अपना करियर बना सके। वैभव के बारे में बात करते हुए पिता ने बताया कि उसे हमेशा से क्रिकेट में रूचि थी और वह महज 5 साल का था, तब से क्रिकेट खेल रहा है। वैभव को उनके पिता ने ही घर में नेट प्रैक्टिस करवाई, जिसके बागद समस्तीपुर क्रिकेट एकेडमी भेजा। उनके पिता ने बेटे की कामयाबी के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी का भी शुक्रिया किया।

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