Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

एसबीआई ने नेपाल में लॉन्च की अपनी डिजिटल बैंकिंग पहल ‘इनटच’

Published

on

Loading

मुंबई, 8 जुलाई (आईएएनएस)| भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नेपाल में अपनी अत्याधुनिक डिजिटल बैंकिंग सेवा ‘इनटच’ को लांच किया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। एसबीआई की अध्यक्ष अरुं धती भट्टाचार्य ने नेपाल में इसे खुद लॉन्च किया और कहा कि यह ग्राहकों को बचत खाते, सरल बचत खाते और संयुक्त बचत खाते खुलवाने, डेबिट कार्ड प्रिंट कराने तथा एटीएम की सुविधा मुहैया कराएगा।

एसबीआई नेपाल में अपनी यह सेवा नेपाल स्टेट बैंक लिमिटेड (एनएसबीएल) के सहयोग से प्रदान करेगा।

भट्टाचार्य ने इसके अलावा एक एनएसबीएल डिजिटल गांव, जहारसिंग पौवा का उद्घाटन भी किया, जो नेपाल में बैंकिंग क्षेत्र के डिजिटलीकरण की शुरुआत है।

डिजिटल गांव पहल के तहत एनएसबीएल जहारसिंग पौवा गांव में एक वित्तीय साक्षरता क्रेंद खोलेगा तथा गांव के 2,200 वासियों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराएगा।

इसके तहत जहारसिंग पौवा गांव के 443 घरों में इंटरनेट बैंकिंग कियोस्क लगाए जाएंगे, मुफ्त वाईफाई प्रदान की जाएगी, चार व्यापारिक केंद्रों पर बिक्री सुविधा प्रदान की जाएगी और कैश रिसाइकिल मशीनें भी लगाई जाएंगी।

दोनों ही पहल नेपाल के बैंकिंग उद्योग के लिए अनूठे हैं और पहली बार एसबीआई के किसी विदेश स्थित कार्यालय से संचालित होंगे।

Continue Reading

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending