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मोदी को रोकने के लिए विपक्ष को जनता का सहयोग कहां से मिलेगा : भाजपा

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लखनऊ, 21 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्ष के एक होने की रणनीति पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए बसपा, सपा, कांग्रेस और राजद एक होने की जुगत में लगे हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि जनता के बगैर उनकी यह मंशा पूरी नहीं हो सकती। पिछड़ों और दलितों पर राजनीति कर अपना और अपने परिवार का विकास करने वाले आज एक नाव पर सवार होने जा रहे हैं। पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनीष शुक्ल ने सोमवार को कहा, देश की जनता के दिलों की धड़कन बन चुके प्रधानमंत्री मोदी को रोकने के लिए बसपा, सपा, कांग्रेस और राजद एक होने की जुगत में लगे हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि जनता के बगैर उनकी यह मंशा पूरी नहीं हो सकती। जनता ने कभी देश पर राज करने वाली कांग्रेस को (लोकसभा में) 50 सीट के नीचे पहुंचा दिया है। सपा पांच तो बसपा के पास एक भी सीट नहीं है।

उन्होंने कहा, जनता के इस जवाब को भी नहीं समझ पाना बड़ी भूल है। समूचे विपक्ष की नीतियों और उनकी सरकारों में हुए भ्रष्टाचार से जनता आजिज आ चुकी थी। मोदी सरकार के तीन साल और प्रदेश में योगी सरकार के पांच माह के कार्यकाल में जनता का भरोसा सातवें आसमान पर है।

प्रवक्ता ने कहा, 15 साल में उप्र को सपा-बसपा ने कांग्रेस के सहयोग से बारी-बारी लूटा है, जबकि भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में बड़े पैमाने पर विकास के काम शुरू किए गए हैं। चार माह में उठाए गए कदमों से घबराई मायावती ने पड़ोसी राज्य के चारा घोटाले में लिप्त लालू यादव एवं शारदा चिट-फंड घोटाले में लिप्त मामता बनर्जी से गठबंधन करके पोस्टर जारी किया है, जिसमें लालू प्रसाद के बेटे आय से अधिक संपत्ति के मामले में लिप्त तेजस्वी यादव भी हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने बसपा द्वारा जारी पोस्टर, जिस पर स्वयं मायावती ने अपने को नेता घोषित किया है, पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या अब कांग्रेस राज्यों के बाद केंद्र में भी राज्यस्तरीय पार्टी की पिछलग्गू की भूमिका में रहेगी? क्या अखिलेश यादव, लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी ने भी मायावती का नेतृत्व स्वीकार कर लिया है?

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नेशनल

महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, क्या फडणवीस के सिर सजेगा ताज ?

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मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंपा है। इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। विधानसभा का कार्यकाल आज यानी 26 नवंबर तक ही है। नए मुख्यमंत्री की शपथ की तारीख तय नहीं है। तब तक शिंदे कार्यवाहक सीएम रहेंगे।

इस बीच महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की रूपरेखा लेकर चर्चा तेज हो गई है। खबर है कि गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर सकते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले ‘महायुति’ गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 235 सीट हासिल की हैं। जिसमें बाजेपी अकेली 135 सीटों पर कब्जा कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

बीजेपी की महाराष्ट्र में ये अब तक की सबसे बड़ी जीत है। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीट पर जीत हासिल की और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 41 सीट पर जीत दर्ज की है। मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे है।

 

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