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बिजनेस

भारत-कोरिया व्यापार सम्मेलन शीघ्र हो : प्रभु

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नई दिल्ली, 23 सितम्बर (आईएएनएस)| दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि अगला भारत-कोरिया व्यापारिक सम्मेलन शीघ्र आयोजित किया जाए, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया जाए। प्रभु सातवीं एशिया यूरोप आर्थिक मंत्रियों की बैठक एवं भारत कोरिया आर्थिक भागीदारी समझौते की तीसरी संयुक्त मंत्रिस्तरीय समीक्षा बैठक में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर 21 सितम्बर को कोरिया गणराज्य पहुंचे हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रभु की यह दूसरी विदेश यात्रा है।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के बयान के अनुसार, 22 सितम्बर को सातवीं एशिया यूरोप आर्थिक मंत्री स्तरीय बैठक में सुरेश प्रभु ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष व्यापार के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने विश्व व्यापार संगठन में निहित स्वतंत्र एवं निष्पक्ष व्यापार के समक्ष आने वाली चुनौतियों का भी जिक्र किया।

बयान के अनुसार, उन्होंने आपसी भागीदारी और सम्मान की भावना के लिए समान हित के वैश्विक मुद्दों को उठाने के लिए एशिया यूरोप आर्थिक मंत्री स्तरीय बैठक की सराहना भी की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व के समक्ष निवेश के प्रमुख स्थल के रूप में उभर रहा है।

प्रभु ने इस बैठक के अतिरिक्त फ्रांस के वित्तमंत्री बैंजामिन ग्रीवैक्स, नॉर्वे की मत्स्य उद्योग एवं व्यापार मंत्री डिलैक आईह्न्, डेनमार्क के विदेश मामलों के मंत्रालय की व्यापार मंत्री सुजैन हाईल्डलैंड और स्पेन के व्यापार और आर्थिक विकास मंत्री जॉस लुईस कैसर से भी चर्चा की।

बयान के अनुसार, बाद में मंत्री ने कोरिया की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षता चू मिंआई से मुलाकात की और मई 2017 में राष्ट्रपति मून जे-इन के पदभार संभालने के बाद दोनों देशों के संबंधों में हुई प्रगति पर चर्चा की।

चू ने कहा कि राष्ट्रपति मून भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार चाहते हैं। चू ने भारत को वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में एक चमकता हुआ सितारा बताया और कहा कि भारत तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

बाद में प्रभु कोरिया के प्रतिष्ठित मीडिया हाउस चो सुन ईबो गए, जहां उन्होंने अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी बैंक सैंक हून से मुलाकात की और आपसी आर्थिक संबंधों पर विचार-विमर्श किया।

बयान के अनुसार, प्रभु ने 21 सितम्बर को कोरिया के उद्योग जगत के वरिष्ठ प्रतिष्ठित विभिन्न उद्योगपतियों से मिले। इनमें सैमसंग, कियामोटर्स, लौट्टे, कुम्हों आसियाना, हुंडई इलेक्ट्रिक, पोस्को एल एस ग्रुप, टोरे कैमिकल, सी जे लाज्सिटिक, तौंगयांग, मूलसंघ के प्रतिनिधि शामिल थे।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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