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बिजनेस

नवाचार के अभाव, ऊंची कीमत के कारण आईफोन से दूर होते ग्राहक

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नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| एप्पल के हाल ही में लॉन्च किए गए नए आईफोन 8, आईफोन 8 प्लस को उम्मीद के मुताबिक ग्राहक न मिलने की कई वजहें सामने आ रही हैं।

ग्राहकों का कहना कि इन स्मार्टफोन में नवाचार का अभाव है और इसकी ऊंची कीमतों के कारण हमें इसे खरीदने के अपने फैसले को बदलने पर मजबूर होना पड़ा है। आईफोन 8 64 जीबी वेरिएंट की कीमत 64 हजार रुपये है, जबकि 256 जीबी फोन की कीमत 77 हजार रुपये है। आईफोन 8 प्लस के 64 जीबी वेरिएंट की शुरुआती कीमत 73 हजार रुपये है और 256 जीबी की कीमत भारतीय ग्राहकों के लिए 86 हजार रुपये है।

आईफोन एक्स जो डिवाइस के 10 साल पूरे होने पर भारत में तीन नवंबर को लॉन्च किया जाएगा, उसके 64 जीबी के वेरिएंट की कीमत 89 हजार रुपये है और 256 जीबी की कीमत 1.02 लाख रुपये है।

आईएएनएस ने पाया कि 29 सितम्बर से इस फोन के भारत में उपलब्ध होने के बाद एनसीआर में कई एप्पल के स्टोरों पर पहुंचे ग्राहकों ने इस स्मार्टफोन में नवाचार की कमी होने की बात कही।

कमला नगर के आई वर्ल्ड में नए आईफोन को देखने के बाद सिद्धार्थ आर्य ने आईएएनएस को बताया, मैं आईफोन 8 को नहीं खरीद रहा हूं। इतनी भारी भरकम कीमत के साथ फोन में कोई नवाचार नहीं है। यह उत्पाद पैसों के हिसाब से ठीक नहीं है।

इसके साथ ही एक और स्मार्टफोन उपयोगकर्ता ने कहा, वह आईफोन 8 को नहीं खरीदेंगे, क्योंकि एप्पल को ही खुद डिवाइस के नवाचार के बारे में पता नहीं है।

उन्होंने कहा, एप्पल हमेशा से अपने नवाचार के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन इन नए फोनों की भारी भरकम कीमत के अलावा कुछ भी नया नहीं है। एक डिवाइस को खरीदने के लिए उसमें कई फीचर होने जरूरी हैं, जो आईफोन 8 में नहीं हैं।

इसकी कीमत के बारे में इंजीनियर अभिषेक सिंह ने कहा कि जैसे ही उन्होंने इन नए डिवाइस की कीमतें देखी, वह काफी निराश हुए।

पेशेवर फोटोग्राफर शोभित देव ने कहा कि ऐसे में जब आईफोन एक्स आने वाला है तो आईफोन 8 खरीदना अपने आप में एक समझौता होगा।

उन्होंने कहा, इस ‘सुपर प्रीमियम’ डिवाइस के लिए 89 हजार रुपये खर्च करना मेरे बजट से बाहर है। मैं सैमसंग गैलेक्सी नोट 8 खरीदना पसंद करूंगा।

आईएएनएस ने पाया कि कई आईफोन उपयोगकर्ता, जो एप्पल की बात कर रहे थे, वे आईफोन एक्स का इंतजार करेंगे।

ऐसी ही कुछ मिली-जुली प्रतिक्रिया अमेरिका में भी देखने को मिली, जहां लोगों ने इस डिवाइस में नवाचार का अभाव बताकर इस फोन में दिलचस्पी नहीं दिखाई और पिछले साल के मुकाबले एप्पल के स्टोर पर पहले से काफी कम भीड़ दिखाई दी।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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