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अन्तर्राष्ट्रीय

इराकी प्रधानमंत्री का कुर्दो से विवादित क्षेत्रों में संयुक्त प्रशासन का आह्वान

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बगदाद, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी ने मंगलवार को तेल संपदा से संपन्न किरकुक क्षेत्र में कुर्दो को किसी भी सैन्य तैयारी के प्रति चेतावनी दी है। साथ ही उन्होंने बगदाद की कमान के तहत आने वाले कुर्दिस्तान के विवादित क्षेत्रों में संयुक्त प्रशासन का प्रस्ताव भी दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अबादी ने साप्ताहिक मंत्रिमंडल की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम विवादित क्षेत्रों में संघीय कमान (केंद्र सरकार) के तहत और संयुक्त रूप से प्रशासन का संचालन करने का आह्वान कर रहे हैं।

अबादी ने कुर्दों द्वारा किरकुक प्रांत में सैन्य तैयारी के कदम को ‘खतरनाक’ बताया और कहा कि प्रांत पर नियंत्रण करना ‘असंवैधानिक’ है।

अबादी ने कहा, जबरन बल प्रयोग द्वारा विवादित क्षेत्रों (किरकुक सहित) पर नियंत्रण करना अस्वीकार्य है।

कुर्दिश क्षेत्रीय चुनाव आयोग द्वारा एक नवंबर को संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव कराने की घोषणा के कुछ घंटों बाद अबादी का यह बयान आया है।

क्षेत्रीय स्वतंत्र उच्च चुनाव आयुक्त परिषद एवं जनमत संग्रह आयोग के प्रमुख हिंदरेन मोहम्मद ने कहा, कुर्दिस्तान क्षेत्र में संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जो उसी दिन एक नवंबर को होंगे।

मोहम्मद ने यह नहीं बताया कि चुनाव में विवादित क्षेत्र शामिल हैं या नहीं हैं। अगर वे ऐसा करते हैं तो यह कदम निश्चित रूप से बगदाद में केंद्रीय सरकार को भड़काने वाला होगा, जो पहले से ही हाल ही में 25 सितम्बर को अर्ध स्वायत्त क्षेत्र और क्षेत्र के बाहर विवादित इलाकों में कराए गए विवादित स्वंतत्रता जनमत संग्रह को लेकर परेशान व चिंतित है।

केंद्र सरकार और स्थानीय कुर्दिश सरकार के बीच कुछ सालों से असहमति काफी बढ़ गई है क्योंकि कुर्द तेल से समृद्ध उत्तरी प्रांत किर्कुक और निनेवेह, दियाला और सलाहुदीन प्रांतों को जो विवादित इलाके हैं, उन्हें अपने क्षेत्र में मिलाना चाहते हैं। इस कदम का अरबों, तुर्कमन और केंद्र सरकार द्वारा पुरजोर विरोध किया गया है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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