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साइंस

उप्र : ग्रेटर नोएडा में जुटेंगे दुनियाभर के जैविक कृषि वैज्ञानिक

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लखनऊ , 26 अक्टूबर (आईएएनएस)| जैविक खेती के प्रोत्साहन और उसके लिए नीतियां बनाने के उद्देश्य से ग्रेटर नोएडा में 9 से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाले जैविक कृषि विश्व कुंभ में दुनियाभर के जैविक कृषि के वैज्ञानिक शामिल होंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार का कृषि मंत्रालय इसकी मेजबानी करेगा। आर्गेनिक फार्मिग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ओएफआई) के निदेशक क्लड अल्वारेस ने यह जानकारी दी।

ओएफआई के निदेशक क्लड अल्वारेस ने बताया, हमारा लक्ष्य जैविक भारत से जैविक विश्व की ओर बढ़ना है। जैविक कृषि विश्व कुंभ में भारतीय प्रतिनिधियों के साथ दुनिया के 110 देशों के लगभग 1,400 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जैविक कृषि कुंभ का आयोजन आईफोम (इंटरनेशल फेडरेशन ऑफ आर्गेनिक फार्मिग मूवमेंट्स) और ओएफआई (आर्गेनिक फार्मिग एसोसिएशन ऑफ इंडिया) मिलकर कर रहा है।

अल्वारेस ने बताया कि जैविक कृषि विश्व कुंभ का आयोजन तीन वर्ष में एक बार दुनिया के किसी देश में होता। इस बार यह आयोजन भारत में हो रहा है। पिछला कुंभ इस्तांबुल में 2014 में हुआ था।

उन्होंने बताया, इस्तांबुल में रूस, चीन और ब्राजील जैसे ताकतवर देशों को पछाड़ कर हमने मेजबानी प्राप्त की है। जैविक कृषि विश्व कुंभ केवल किसानों का ही नहीं, बल्कि जैविक कृषि वैज्ञानिकों, व्यापारियों और उसको प्रोत्साहन देने वालों का संयुक्त आयोजन है। जैविक कृषि कुंभ का आयोजन पूरी तरह से जैविक है। तीन दिवसीय आयोजन के दौरान पूरा परिसर प्लास्टिक मुक्त रहेगा। आने वाले प्रतिभागियों को मोटे जैविक अनाजों से बना भोजन मिट्टी के बर्तनों और पत्तलों में दिया जाएगा।

अल्वारेस ने कहा कि 19वें जैविक कृषि विश्व कुंभ के माध्यम से देश ही नहीं दुनिया में एक ऐसी कृषि संस्कृति को विकसित और प्रोत्साहित करना है, जिसमें जल, जंगल और जमीन को किसी भी प्रकार की क्षति न हो।

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Success Story

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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