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प्रादेशिक

भगवाकरण का नया एपीसोड शुरू, अब आया साइन बोर्ड का नंबर

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद कई जरूरी बदलाव देखने को मिल रहा है। सीएम ऑफिस, सचिवालय और यूपी की रोडवेज बसों को भगवा रंग में रंगने के बाद अब सडक़ों के किनारे लगे नोटिस बोर्ड को भी भगवा रंग में रंगने की तैयारी हो चुकी है।

जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग ने जो नया प्लान बनाया है उसके तहत सडक़ किनारे लगने वाले साइन बोर्ड, नोटिस बोर्ड अब भगवा रंग के होंगे। जिसका डिजाइन भी तैयार कर लिया गया है। बोर्ड पर जानकारी के साथ-साथ सीएम और डिप्टी सीएम की भी तस्वीर होगी। साइन बोर्ड के ऊपरी हिस्से का रंग भगवा जबकि नीचे का हिस्सा हरे रंग में होगा। इस हरे रंग वाले हिस्से पर ही लोकेशन मैप और जिला मुख्यालय की तरफ जाने वाले मार्ग को दर्शाया जाएगा।

हालांकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगे नीले रंग के बोर्ड साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित सूबे की सभी सडक़ों पर लगे साइन बोर्ड बदले जाएंगे।

यह भी पढ़ें : यूपी का सीएम सचिवालय पुकारे- रंग दे तू मोहे भगवा

बता दें कि लखनऊ में इन दिनों सीएम का ऑफिस भगवा रंग में रंगा जा रहा है। कुछ सरकारी बसें पहले ही भगवा हो चुकी हैं। वैसे यूपी में रंग का सत्ता में रही पार्टियों से गहरा रिश्ता रहा है। मायावती के राज में हर तरफ नीला हो जाता है और समाजवादी पार्टी की सरकार में कहीं हरा तो कहीं लाल। अब बीजेपी सत्ता में आई है तो भगवा चहुंओर नजर आ रहा है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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