Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

डिजिटल विज्ञापन पर अगले साल 13000 करोड़ रुपये खर्च होंगे

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)| स्मार्टफोन की बढ़ती मांग और डेटा कीमतों में गिरावट के कारण देश में डिजिटल विज्ञापन का कारोबार वर्ष 2018 के दिसंबर तक 13,000 करोड़ रुपये (दो अरब डॉलर) तक पहुंच जाएगा, जिसकी सालाना वृद्धि दर 35 फीसदी होगी। यहां एक सर्वेक्षण में सोमवार को यह जानकारी दी गई। एसोचैम और केपीएमजी के संयुक्त सर्वेक्षण के मुताबिक, 3जी/4जी सेवाओं की व्यापक उपलब्धता और देश में इंटरनेट की पैठ में बढ़ोतरी के कारण अनुमान है कि डिजिटल विज्ञापन के खर्च में वर्तमान के 9,800 करोड़ रुपये के स्तर से कई गुणा की बढ़ोतरी होगी।

सर्वेक्षण में बताया गया है, साल 2016 के अंत तक डिजिटल विज्ञापन पर 7,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है।

सर्वेक्षण में कहा गया है, ई-कॉमर्स, दूरसंचार, प्रौद्योगिकी, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं देनेवाली कंपनियों के कुल विज्ञापन का करीब 50 फीसदी डिजिटल विज्ञापन पर खर्च किया गया।

सर्वेक्षण में कहा गया है कि डिजिटल विज्ञापन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि दुनियाभर में डिजिटल कम्यूनिकेशन डिवाइसों में वृद्धि हुई है, और स्मार्टफोन, टैबलेट में वृद्धि होने से विज्ञापनदाताओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने में मदद मिली है।

रपट में कहा गया है, डिजिटल विज्ञापन काफी लचीले होते हैं और किसी भी डिवाइस पर जैसे टेलीविजन, लैपटॉप, टैबलेट या स्मार्टफोन पर जारी किए जा सकते हैं।

रपट में कहा गया है कि दोतरफा संवाद की क्षमता और लक्षित दर्शकों के लिए कस्टमाइज विज्ञापन प्रदान करने की क्षमता डिजिटल विज्ञापन को और प्रभावी बनाती है।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending