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खाद्य सुरक्षा कानून बनाने की प्रेरणा ‘शहीद वीर नारायण सिंह’ से मिली : रमन

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रायपुर, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा देश का पहला खाद्य सुरक्षा कानून राज्य में बनाने की प्रेरणा हमें शहीद वीर नारायण सिंह से मिली है। उन्होंने 10 दिसंबर को शहीद वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए यह बात कही।

रमन ने अपने संदेश में कहा है कि सोनाखान के वीर नारायण सिंह भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के अनमोल रत्न थे।

मुख्यमंत्री ने कहा, वीर नारायण सिंह ने 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष का शंखनाद किया और अपने प्राणों की आहूति दी। वह सोनाखान के प्रजा हितैषी, संवेदनशील और किसान हितैषी क्रांतिकारी थे। शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासियों के महान नेताओं में से थे।

डॉ. रमन ने कहा है, वीर नारायण सिंह ने सन 1856-57 के भयानाक सूखे और अकाल के दौरान अपने क्षेत्र के किसानों और भूख से बेहाल ग्रामीणों को राहत पहुंचाने के लिए एक सम्पन्न व्यक्ति के गोदाम से अनाज निकलवाकर गरीबों में वितरित करवाया। जिसे तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत ने अपने लिए चुनौती मानकर उन्हें गिरफ्तार किया और रायपुर में फांसी दे दी। वीर नारायण सिंह अंग्रेज सरकार के खिलाफ संघर्ष करते हुए शहीद हो गए।

डॉ. रमन ने कहा, छत्तीसगढ़ सरकार ने वीर नारायण सिंह के संघर्ष से प्रेरणा लेकर अपने राज्य के गरीबों के लिए देश का पहला खाद्य सुरक्षा और पोषण सुरक्षा कानून बनाकर उन्हें भरपेट भोजन का अधिकार दिया। इस कानून के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गरीबों को सस्ता राशन देने की समुचित व्यवस्था की गई है। लगभग 59 लाख गरीब परिवारों के लिए मात्र एक रुपये किलो में चावल देने की मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना शुरू की गई है। इस योजना में गरीबों को राशन कार्ड पर नि:शुल्क आयोडिन नमक और आदिवासी क्षेत्रों में सिर्फ पांच रुपये किलो में दो किलो चना भी दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा, आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। सरगुजा, उत्तरक्षेत्र, बस्तर और दक्षिण क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरणों का गठन किया गया है। जगदलपुर (बस्तर) और अंबिकापुर (सरगुजा) में शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई है। नक्सल प्रभावित आदिवासी इलाकों के बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना शुरू की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार अमर शहीद वीर नारायण सिंह की प्रेरणा से छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जातियों, जनजातियों और समाज के सभी कमजोर तबकों के गांव, गरीब और किसानों के जीवन में तरक्की और खुशहाली लाने के लिए वचनबद्ध है।

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नेशनल

महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, क्या फडणवीस के सिर सजेगा ताज ?

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मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंपा है। इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। विधानसभा का कार्यकाल आज यानी 26 नवंबर तक ही है। नए मुख्यमंत्री की शपथ की तारीख तय नहीं है। तब तक शिंदे कार्यवाहक सीएम रहेंगे।

इस बीच महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की रूपरेखा लेकर चर्चा तेज हो गई है। खबर है कि गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर सकते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले ‘महायुति’ गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 235 सीट हासिल की हैं। जिसमें बाजेपी अकेली 135 सीटों पर कब्जा कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

बीजेपी की महाराष्ट्र में ये अब तक की सबसे बड़ी जीत है। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीट पर जीत हासिल की और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 41 सीट पर जीत दर्ज की है। मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे है।

 

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