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प्रादेशिक

नाराज अच्युतानंदन पार्टी सम्मेलन से उठकर चले गए

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अलप्पुझा| केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन शनिवार को मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्यस्तरीय सम्मेलन से बीच में उठकर चले गए। अच्युतानंदन अपने ऊपर अनुशासनहीनता के आरोप लगाए जाने से नाराज थे। अच्युतानंदन यहां शुक्रवार को शुरू हुए सम्मेलन में सुबह के सत्र को बीच में छोड़कर चले गए। संवाददाताओं ने उनका पीछा किया, लेकिन उन्होंने किसी से बात नहीं की और पुन्नापारा स्थिति अपने घर के लिए प्रस्थान कर गए।

घटना के बाद अच्युतानंदन के समर्थकों ने उनके निवास के बाहर इकट्ठा होकर उनके समर्थन में नारे लगाए।

जानकार सूत्रों के मुताबिक, अच्युतानंदन सम्मेलन में शुक्रवार को पेश की गई पार्टी की 50 से अधिक पृष्ठों वाली रपट को लेकर नाराज हैं, जिसमें उन पर पार्टी का अनुशासन तोड़ने का आरोप लगाया गया है।

पार्टी के प्रदेश सचिव पिनरई विजयन ने शुक्रवार शाम अच्युतानंदन पर जमकर हमला बोला था। इसके बाद अच्युतानंदन ने भी विजयन पर पलटवार किया था।

अच्युतानंदन और विजयन के बीच कई सालों से मतभेद हैं। इस दौरान पार्टी पर विजयन की पकड़ मजबूत होती गई है, जबकि अच्युतानंदन की पैठ धीरे-धीरे कमजोर हो रही है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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