Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

छग : एनएमडीसी का कोल ब्लॉक रद्द, ठंडे बस्ते में थर्मल पॉवर प्लांट की योजना

Published

on

Loading

नगरनार/बस्तर, 3 जनवरी (आईएएनएस/वीएनएस)। मध्य प्रदेश के शाहपुर पूर्व और शाहपुर पश्चिम का कोल ब्लाक आवंटन रद्द होने के बाद एनएमडीसी ने बस्तर में 250 मेगावॉट क्षमता का प्रस्तावित थर्मल पॉवर प्लांट लगाने की योजना को बंद कर दिया है। थर्मल पॉवर प्लांट लगाने वाले राष्ट्रीय खनिज विकास निगम ने साल 2010 में एनएमडीसी पॉवर लिमिटेड नाम की अपनी सब्सिडी कंपनी बनाई थी, लेकिन पॉवर प्लांट लगाने की योजना ठंडे बस्ते में जाने के बाद यह कंपनी कागजों में ही कैद होकर रह गई है।

स्टील प्लांट प्रोजेक्ट नगरनार के अधिशासी निदेशक प्रशांत दास ने कहा कि स्टील प्लांट से निकलने वाली गैसों से बिजली बनाई जाएगी। बाकी की जरूरत सीएसईबी से बिजली खरीदकर पूरी की जाएगी। पहले थर्मल पॉवर प्लांट लगाने की योजना पर विचार चल रहा था पर अब ऐसी कोई योजना नहीं है।

उन्होंने जानकारी दी कि बस्तर संभाग से करीब 17 किलोमीटर दूर नगरनार में एनएमडीसी 17 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्टील प्लांट लगा रही है। स्टील प्लांट चलाने के लिए करीब दो सौ मेगावॉट बिजली की जरूरत को देखते हुए ही एनएमडीसी ने बस्तर में थर्मल पॉवर प्लांट लगाने की योजना बनाई थी।

पावर प्लांट से स्टील प्लांट को बिजली की आपूर्ति करना प्रस्तावित था। इसी उद्देश्य से मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में दो कोल ब्लाक भी कंपनी ने हासिल किए थे। बाद में सभी कोल ब्लाक आवंटन रद्द कर दिए जाने से एनएमडीसी के दोनों कोल ब्लाक छिन गए, जिसके बाद कंपनी को थर्मल पॉवर प्लांट लगाने का विचार छोड़ना पड़ा।

प्रशांत ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) स्टील प्लांट को साल में करीब ढाई सौ मेगावॉट बिजली की जरूरत होगी। थर्मल पॉवर प्लांट लगाने की योजना फेल होने के बाद राष्ट्रीय खनिज विकास निगम ने स्टील प्लांट से निकलने वाली गैसों से करीब 105 मेगावॉट बिजली के उत्पादन के लिए प्लांट एरिया में ही कैप्टिव पॉवर प्लांट लगाएगा। बाकी बिजली की जरूरत छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल (सीएसईबी) से खरीदी जाएगी।

इसके लिए एनएमडीसी ने सीएसईबी के साथ 190 मेगावॉट बिजली खरीदने का अनुबंध किया है। अधिकतम बिजली की जरूरत 296 मेगावॉट रखी गई है, ताकि आपात स्थिति के लिए बिजली रिजर्व रखी जा सके।

पिछले दिनों बिजली तिहार के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बस्तर और बकावंड ब्लॉक की सीमा पर ग्राम भिरलिंगा में जिस विद्युत सब स्टेशन का लोकापर्ण किया था, उस प्रोजेक्ट के लिए एनएमडीसी ने भी सरकार को 356 करोड़ दिए हैं।

रायपुर के समीन रायता से भिरलिंगा तक 400 किलोवॉट की लाइन खींचने और सब स्टेशन निर्माण पर यह राशि खर्च की गई है। भिरलिंगा से नगरनार स्टील प्लांट तक अलग से 220 किलोवॉट की लाइन भी बिछाई गई है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर खर्च राशि का वहन सीएसईबी और एनएमडीसी दोनों ने आधा-आधा किया है।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending