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बिजनेस

ब्लैकबेरी-बायडू मिलकर विकसित करेगी ऑटोमेटिक ड्राइविंग प्रणाली

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ओंटारियो, 5 जनवरी (आईएएनएस)| अग्रणी सॉफ्टवेयर कम्पनी ब्लैकबेरी और चीन की प्रमुख इंटरनेट सर्च इंजन बायडू ने गुरुवार को एक भागीदारी की घोषणा की, जिसके तहत ऑटोमेटिक ड्राइविंग, इंटेलीजेंट कनेक्टिविटी और इंटेलीजेंट ट्रैफिक प्रणाली विकसित की जाएगी। ऑटोमेटिक ड्राइविंग में वाहन बिना किसी ड्राइवर के खुद भीड़-भाड़ वाली सड़क पर चलने में सक्षम होती है। दुनियाभर में कई कंपनियां ऐसे वाहन को विकसित करने की दिशा में जुटी है, जिनमें गूगल, एप्पल, उबर, जीएम और टोयोटा जैसी कंपनियां शामिल हैं।

दुनियाभर के वाहन ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैनुफैक्चर्स (ओईएम) और सप्लायर्स के लिए कनेक्टेड और स्वायत्त वाहन प्रौद्योगिकी को विकसित किया जाएगा।

इस करार के तहत उद्योग में अग्रणी ब्लैकबेरी क्यूएनएक्स सुरक्षा ऑपरेटिंग सिस्टम बायडू के अपोलो ऑटोनोमस ड्राइविंग ओपन प्लेटफार्म के निर्माण का आधार बनेगा।

बायडू के इंटेलीजेंट ड्राइविंग ग्रुप के महाप्रबंधक ली झेन्यू ने बताया, ब्लैकबेरी क्यूएनएक्स ओएस और अपोलो प्लेटफार्म से जुड़ने के बाद हम कार निर्माताओं को स्वायत्त वाहनों के प्रोटोटाइप को उत्पादन प्रणाली में बदलने में सक्षम होंगे। साथ मिलकर हम ऑटोमेटिक ड्राइविंग, इंटेलीजेंट कनेक्टिविटी और इंटेलीजेंट ट्रैफिक प्रणाली के लिए प्रौद्योगिकी और वाणिज्यिक पारिस्थिति तंत्र बनाने की दिशा में काम करेंगे।

ब्लैकबेरी और बायडू साथ मिलकर बायडू के चीन में कनेक्टेड कारों के लिए प्रमुख स्मार्टफोन इंटेग्रेशन सॉफ्टवेयर ‘कार लाइफ’, साथ ही इसके पारंपरिक एआई प्रणाली ‘ड्यूअरओएस’ और हाई-डेफिनिशन मैप्स को ब्लैकबेरी के ‘क्यूएनएक्स कार (इंफोटेनमेंट) प्लेटफार्म’ पर चलाने के लिए काम करेंगे।

ब्लैकबेरी क्यूएनएक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक जॉन वाल ने कहा, बायडू के साथ जुड़ने से हम विभिन्न वाहन उपप्रणालियों के लिए एकीकरण अवसर तलाशने में सक्षम होंगे, जिसमें एडीएएस, इंफोटेनमेंट, गेटवेज और क्लाउड सेवाएं शामिल है।

बायडू ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डीप लर्निग में जबरदस्त उन्नति की है।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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