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बिजनेस

पतंजलि ऑनलाइन, अमेजन इंडिया, फ्लिपकार्ट, 1एमजी से करार

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नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)| देश के एफएमसीजी (तेज खपत उपभोक्ता वस्तु) के कारोबार में अपने पदचिन्ह का विस्तार करते हुए बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने मंगलवार को अपना ई-कॉमर्स प्लेटफार्म लांच किया, जिसका टैगलाइन ‘हरिद्वार टू हर द्वार’ रखा गया है।

साथ ही पतंजलि ने अपने उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के लिए प्रमुख ई-रिटेलरों और एग्रीगेटरों के साथ भागीदारी की घोषणा की है, जिसमें अमेजन इंडिया, फ्लिपकार्ट, बिग बास्केट, ग्रोफर्स, 1एमजी, नेटमेड्स, शॉपक्लूज और पेटीएम मॉल शामिल हैं।

ई-कॉमर्स प्लेटफार्म ‘डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट पतंजलिआयुर्वेद डॉट नेट’ को लांच करते हुए रामदेव ने कहा कि ऑनलाइन बिक्री से अच्छा लाभ मिला है, जिससे कंपनी की बिक्री दिसंबर में 10 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई है।

रामदेव ने लांचिंग के मौके पर कहा, हम पतंजलि उत्पादों का प्रतिदिन 10 लाख से अधिक लोगों तक डिलिवरी करने में सफल रहे हैं।

कंपनी ने अनुमान लगाया है कि उसके कुल कारोबार में ऑनलाइन बिक्री का योगदान 15 फीसदी होगा।

वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने कंपनी को बधाई देते हुए ट्वीट किया, बधाई हो योगी श्री रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, विजयशेखर (पेटीएम के संस्थापक) को अल्प समय में शीर्ष एफएमसीजी के रूप में उभरने के लिए बधाई। हम विश्व स्तर पर आयुर्वेद के निर्यात को बढ़ावा देंगे।

पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. पी. आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि विभिन्न ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ सहयोग की नई व्यवस्था कायम की गई है। कंपनी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी, जिसमें युवा शामिल हैं, जो ऑनलाइन खरीदारी करना पसंद करते हैं।

रामदेव ने कहा कि कंपनी की सालाना उत्पादन क्षमता 50,000 करोड़ रुपये मूल्य की है।

उन्होंने कहा, हरिद्वार और तेजपुर में बड़ी इकाइयों का परिचालन जारी है, इसके अलावा नोएडा, नागपुर और इंदौर में भी इकाइयां शुरू होने जा रही हैं, जिनका काम तेजी से जारी है।

रामदेव ने कहा कि निर्यात की मांग पूरी करने के लिए कंपनी ने ‘सौ फीसदी निर्यातोन्मुख इकाइयों’ की स्थापना की है, जो मिहान सेज (विशेष आर्थिक क्षेत्र) और नागपुर (महाराष्ट्र) में हैं।

कंपनी के मुताबिक, पतंजलि के स्वदेशी उत्पादों का संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, कनाडा, यूरोप, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीकी देशों को निर्यात किया जाता है।

इस भागीदारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेजन इंडिया के उपाध्यक्ष (श्रेणी प्रबंधन) मनीष तिवारी ने कहा, हम एक शानदार ऑनलाइन शॉपिंग अनुभव के साथ ग्राहकों को अनूठे उत्पाद मुहैया कराने के उद्देश्य से भारत में विकसित ब्रांडों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा, अगले 3-4 सालों के लिए हमारे लिए एफएमसीजी और ग्रासरी मुख्य प्राथमिकता के क्षेत्र हैं। ‘हरिद्वार से हर द्वार तक’ फ्लिपकार्ट के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है, जो कि शीर्ष गुणवत्ता के उत्पाद ग्राहकों को सर्वोत्तम मूल्य पर उपलब्ध कराना है। इसलिए इस भागीदारी से ग्राहकों को काफी फायदा होगा।

इस करार पर टिप्पणी करते हुए 1एमजी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत टंडन ने कहा, हमारा उद्देश्य ग्राहकों को स्वस्थ और बेहतर जीवन के लिए बेहतरीन सूचनाएं, उत्पाद और सेवाएं मुहैया कराना है। देश के सबसे बड़े ई-हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म होने के नाते हमारा विश्वास है कि पतंजलि के साथ रणनीतिक साझेदारी गुणवत्तापूर्ण आयुर्वेदिक उत्पादों और सही सूचना के प्रति ग्राहकों में जागरूकता पैदा करेगी।

उन्होंने आगे कहा, आयुर्वेद की क्षमता को जबरदस्त बढ़ावा देने वाली पतंजलि की बाजार में मजबूत स्थिति से आयुर्वेद लोगों की जीवनशैली और स्वास्थ्य का हिस्सा बन रहा है। पतंजलि परिवार में डिजिटल पार्टनर के रूप में शामिल होकर हमें बेहद खुशी हो रही है और इस क्षेत्र में साथ-साथ आगे बढ़ने की उम्मीद करते हैं।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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