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प्रादेशिक

लट्ठमार होली का बहिष्कार कर सकते हैं बरसाने के लोग

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– शराब की दुकानों को बंद करने की कर रहे हैं मांग

बरसाना (यूपी)। राधा रानी की जन्मस्थली बरसाने के लोग नगर में एक भी मयखाना नहीं चाहते। यहां के लोग, आध्यात्मिक नेता और सामाजिक कार्यकर्ता होली के पहले शराब की दुकानों के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। उनकी मांग है कि शहर में शराब की दुकानों को बंद करने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए जाएं। शराब की दुकानों का विरोध कर रहे समूह ने शुक्रवार को होने वाली लट्ठमार होली का बहिष्कार करने की धमकी दी है।
राधा की नगरी बरसाना के आम लोग और सामाजिक कार्यकर्ता अपनी बात पर अटल हैं और मांग कर रहे हैं कि शहर में शराब की दुकानों को बंद करने के लिए जल्द कार्रवाई की जाए। शराब की दुकानों का विरोध कर रहे समूह ने शुक्रवार को होने वाली लट्ठमार होली का बहिष्कार करने की धमकी दी है। लट्ठमार होली में महिलाएं गोपियों की भूमिका में होती हैं और पुरुष गोपियों (ब्रजवासियों) को लाठियां मारती हैं। पुरुष अपने सिर को चमड़े की टोपी से ढके रहते हैं। यह त्यौहार पूरे देश के हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
स्थानीय पुजारी हरि नारायण ने कहा कि बरसाना एक पवित्र शहर है और लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं और मंदिरों और स्कूल के पास शराब की दुकानें देखते हैं तो उनकी भावनाएं आहत होती हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मोहन यादव ने कहा, “हर शाम शराब पीकर आने वाले लोग इन दुकानों के आस-पास के माहौल को बदसूरत बना देते हैं, वे गालियां देते हैं और चिल्लाते हैं।” भारतीय जनता पार्टी की स्थानीय इकाई और वकील भी इस अभियान के समर्थन में आए हैं। गोस्वामी समाज ने धमकी दी है कि अगर प्रशासन मयखानों को बंद करने में असफल रहता है तो वे विचार करेंगे कि सुप्रसिद्ध लट्ठमार होली में महिलाओं को भाग लेना चाहिए अथवा नहीं। इस महोत्सव में देश के विभिन्न देशों के श्रद्धालुओं के अलावा एनआरआई भी पहुंचेंगे।
उन्होंने 11 सदस्यीय एक समिति का गठन किया है, जो प्रशासन के सामने अपनी मांगें रखेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इस मामले में समय के अभाव के कारण अब कुछ भी नहीं किया जा सकता। उनके इस बयान से बरसाने के लोगों में नाराजगी है। जिलाधिकारी राजेश कुमार ने कहा, “अब बहुत देर हो चुकी है। उन्हें जनवरी में विरोध जताना चाहिए था..उन्हें इंतजार करना चाहिए क्योंकि अब केवल राज्य सरकार ही इस फैसले (शराब की दुकानों के परिचालन) को रद्द कर सकती है। अभी तक मुझ से कोई भी मिलने नहीं आया है। मैं हालांकि इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा और इसे हल करूंगा।”
इसी अभियान के संदर्भ में रविवार को महापंचायत का आयोजन हुआ था। महापंचायत ने मांग की है कि बरसाना जैसे पवित्र शहरों को शराब मुक्त बनाना चाहिए। बरसाना पुलिस थाने के प्रमुख ने हालांकि, कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। वहीं बरसाना के मुख्य संत रमेश बाबा ने इस आंदोलन को पूरा समर्थन देने की बात कही है। प्रशासन ने हालांकि, सुरक्षा इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों सुरेंद्र पाल सिंह और अतुल कुमार श्रीवास्तव ने लट्टमार होली के लिए सुरक्षा व्यवस्था और यातायात के लिए एक विस्तृत ढांचा तैयार किया है। इस त्योहार में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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