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बिजनेस

सीजीएसटी संग्रह एसजीएसटी के बराबर पहुंचा : आर्थिक सर्वेक्षण

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नई दिल्ली, 29 जनवरी (आईएएनएस)| केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) संग्रह और राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी) संग्रह के बीच का अंतर घट रहा है। आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 में यह जानकारी दी गई है। संसद पटल पर सोमवार को रखे गए आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वर्तमान ‘सीजीएसटी संग्रह एसजीएसटी संग्रह के ठीक नीचे चल रहा है।’

वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा संसद में पेश किए गए सर्वेक्षण में कहा गया है, सीजीएसटी संग्रह एसजीएसटी संग्रह के ठीक नीचे चल रहा है। (बनावट लिहाज से दोनों को समान होना चाहिए), क्योंकि पुराने उत्पाद शुल्क और सेवा कर के मामले में अप्रयुक्त ऋण का एक बड़ा स्टॉक उपलब्ध है। इसमें समय के साथ गिरावट आने की उम्मीद है।

रपट में कहा गया है, स्थिर स्थिति में, सीजीएसटी संग्रह को एसजीएसटी संग्रह के बराबर होना चाहिए। इसके खिलाफ हमें आईजीएसटी (एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर) को समायोजित करने की जरूरत है, जिसके अतिरिक्त 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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