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खेल-कूद

ब्राजीली विंगर लुकास ने टॉटेनहम के साथ करार किया

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पेरिस, 1 फरवरी (आईएएनएस)| ब्राजीली विंगर लुकास मोउरा ने जर्मन लीग क्लब पेरिस सेंट जर्मेन का साथ छोड़ते हुए इंग्लिश प्रीमियर लीग क्लब टॉटेनहम हॉट्सपर का दामन थाम लिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हॉट्सपर ने इसकी पुष्टि कर दी है। लुकास ने स्थायी तौर पर हॉट्सपर के साथ करार किया है।

25 साल के लुकास स्पर्स नाम से मशहूर इस क्लब के लिए 27 नम्बर की जर्सी पहनेंगे और उनका करार 2023 तक मान्य रहेगा।

लुकास ने जनवरी 2013 में पेरिस सेंट जर्मेन के साथ करार किया था और इस क्लब के लिए वह 229 मैचों मे खेले। क्लब के इतिहास में किसी ब्राजीली खिलाड़ी ने इससे अधिक मैच नहीं खेले हैं।

लुकास ने पीएसजी के लिए कुल 49 गोल किए और 50 गोल करने में अपने साथियों की मदद की।

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खेल-कूद

IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति

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पटना। बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है। वैभव को आईपीएल मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। 13 साल 243 दिन की उम्र में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स उन्हें अपने साथ जोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान ने 1.1 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।

वैभव ने हाल ही में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा जब वह अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (13 वर्ष, 288 दिन) बने। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 के लिए खेले गए यूथ टेस्ट में 62 गेंदों पर 104 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 58 गेंदों पर शतक बनाया। यह किसी भारतीय का सबसे तेज यूथ टेस्ट शतक और दुनिया में दूसरा सबसे तेज शतक था।

वैभव एक बेहतरीन खिलाड़ी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 आईपीएल में वह जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे। वैभव की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। महज 13 साल के बेटे के करोड़पति बनने के बाद उनके पिता भावुक नजर आ रहे हैं।

एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कहा कि अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। अपनी खेती तक की जमीन बेच दी ताकि वैभव क्रिकेट खेल सके और अपना करियर बना सके। वैभव के बारे में बात करते हुए पिता ने बताया कि उसे हमेशा से क्रिकेट में रूचि थी और वह महज 5 साल का था, तब से क्रिकेट खेल रहा है। वैभव को उनके पिता ने ही घर में नेट प्रैक्टिस करवाई, जिसके बागद समस्तीपुर क्रिकेट एकेडमी भेजा। उनके पिता ने बेटे की कामयाबी के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी का भी शुक्रिया किया।

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