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बिजनेस

सिनोलोजी ने भारत में अपने एनएएस पोर्टफोलियो को बनाया सशक्त

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नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)| नेटवर्क अटैच्ड स्टोरेज (एनएएस), आईपी सर्विलान्स एवं नेटवर्क इक्विपमेन्ट समाधानों में ग्लोबल लीडर-सिनोलोजी ने शुक्रवार को अपने एनएएस समाधानों की आधुनिक सीरीज के साथ भारतीय बाजार में प्रवेश का ऐलान किया।

क्लाउड ऐज में डेटा प्रबन्धन, सर्विलान्स एवं नेटवर्क प्रबन्धन के तरीकों में ऐतिहासिक बदलाव लाकर सिनोलोजी ने एंटरप्राइज आईटी स्पेस में नए बेंचमार्क स्थापित किए हैं। कंपनी आधुनिक तकनीकों एवं इनोवेशन्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट सेवाएं उपलब्ध कराती है।

कंपनी ने देश भर में अपने समाधान उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाईन एवं ऑफलाईन चैनलों के साथ सामरिक साझेदारियां भी की हैं।

भारत में सिनोलोजी के ऑफलाईन वितरकों में शामिल हैं- सुपरट्रॉन, ईबीएम। जबकि एमजॉन कंपनी के ऑनलाईन रीटेलर की भूमिका निभाएगा।

छोटे कार्यालयों, एसएमबी, उद्यमों एवं निजी उपयेागकतार्ओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने एनएएस की चार सम्पूर्ण उत्पाद श्रृंखलाएं पेश की हैं (एक्सएस/एक्सएस प्लस सीरीज; प्लस सीरीज; वैल्यू सीरीज और जे सीरीज), जो अब भारत में उपलब्ध होंगी।

कंपनी जल्द ही देश में नए ऐप्लीकेशन्स एवं सर्विसेज के साथ डिस्कस्टेशन मैनेजर 6.2 ओएस अपडेट का भी अनावरण करेगी।

सिनोलोजी के मार्केटिंग डायरेक्टर माईक चैन ने कहा, भारत एसएमबी सेगमेन्ट में विकास तथा स्मार्ट सिटी प्रोग्राम जैसी महत्वाकांक्षी सरकारी योजनाओं के माध्यम से तेजी से विश्वस्तरीय अर्थव्यवस्था में अपनी मौजूदगी को सशक्त बना रहा है। सिनोलोजी में हम उद्योग-अग्रणी एनएएस समाधानों के माध्यम से देश के विकास में योगदान देने के लिए तत्पर हैं। हमारे ये समाधान संगठनों की कार्यक्रयाओं को सुगम बनाने में मदद करेंगे।

साल 2015 के बाद से कंपनी ने 30 फीसदी सीएजीआर की ऐतिहासिक दर से वृद्धि की है। सिनोलोजी भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी को सशक्त बनाने के लिए साल 2018 में देश में कई नई साझेदारियां करेगी तथा उपभोक्ताओं के व्यवहार को ध्यान में रखते हुए रीसैलर एवं ट्रेड शो भी आयोजित करेगी।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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