Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

घर में हो रहा था बारात का इंतजार, तभी हुआ कुछ ऐसा कि उड़े सबके होश

Published

on

Loading

बुलंदशहर। शादी हर लड़की की जिंदगी का एक खूबसूरत सपना होता है। लड़की से कहीं ज्यादा उसके घरवाले अपनी बेटी के लिए इस आने वाले पल का इन्तजार करते हैं। लेकिन क्या हो अगर शादी जैसा खुशनुमा माहौल अचानक गम की बद्री में तब्दील हो जाए।

जी हां। ऐसा ही कुछ हुआ बुलंदशहर के अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के हजरतपुर गांव में। यहां गांव के ही एक भूतपूर्व सैनिक ने शराब के नशे में फायरिंग कर दी। फायरिंग में दुल्हन के भाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी इस हत्याकांड के बाद मौके-ए-वारदात से फरार हो गया। आनन-फानन में सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।

ये था पूरा मामला-

5 फरवरी को मृतक डेविड के ताऊ की लड़की की शादी थी। गांव में बारात आनी थी। घर में खुशियां थी। बहन की शादी से पहले घर में मंगल गीत गाये जा रहे थे। तभी गांव में महेन्द्र भूतपूर्व फौजी ने शराब नशे में गीत गा रही महिलाओं से अश्लील हरकतें करने लगा।

इसके चलते महिलाएं अपने घर के लिए चली गई। जैसे-तैसे आसपास के लोगों ने फौजी महेंद्र को उसके घर के एक कमरे में बंद कर दिया। मगर नशे में धुत महेंद्र ने कमरे में रोशनदान से अपनी डबल बैरल बंदूक से फायरिंग कर दी। इसमें 25 वर्षीय युवक डेविड की मौत हो गई और साथ ही डेविड के साथी हुंकारी भी गोली लगने से घायल हो गया।

 मामला घायल अवस्था में हुंकारी को जिला अस्पताल से दिल्ली रेफर किया गया है। हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने के बाद फौजी महेंद्र मौके से फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

 

 

 

 

Continue Reading

ऑफ़बीट

बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

Published

on

Loading

चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

Continue Reading

Trending