Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

‘स्वामी रामदेव: एक संघर्ष’ 12 फरवरी से डिस्कवरी जीत चैनल पर

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 7 फरवरी (आईएएनएस)| प्रसिद्ध योग गुरु स्वामी रामदेव की जीवनयात्रा को दिखाने वाला शो ‘स्वामी रामदेव: एक संघर्ष’ डिस्कवरी इंडिया के नए मनोरंजन चैनल डिस्कवरी जीत पर 12 फरवरी 2018 से प्रसारित होने जा रहा है।

कार्यक्रम में योग गुरु बनने से पहले रामदेव के जीवन पर प्रकाश डाला जाएगा साथ ही उनका मूल प्रांत कौन-सा था? उनकी जीवन यात्रा कैसी थी? इन सब पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

इस आधिकारिक जीवनी की शूटिंग राजस्थान, हरिद्वार और मुंबई जैसे वास्तविक स्थलों पर की गई है।

अजय देवगन फिल्म्स और वॉटरगेट प्रोडक्शन के संयुक्त निर्माण में बन रहा यह धारावाहिक स्वामी रामदेव के जीवन में ‘है मुमकिन’ के महत्व को दर्शाता है। दरअसल ‘है मुमकिन’ डिस्कवरी जीत के सभी कार्यक्रमों की मूल विचारधारा है।

डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया (दक्षिण एशिया) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक करण बजाज कहते हैं, स्वामी रामदेव की अब तक की जीवन यात्रा अनेक तरह के उतार-चढ़ाव से गुजरी है। यह एक संघर्षशील व्यक्ति की प्रेरणादायक कथा है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए उन पर विजय प्राप्त की।

उन्होंने कहा, दरअसल, शुरूआत में हमारे लेखकों की टीम एक घंटे के शो के लिए स्वामी रामदेव से मिली थी। फिर हमें यह एहसास हुआ कि उनके जीवन को एक लघु धारावाहिक में नहीं दर्शाया जा सकता। इसका परिणाम यह हुआ कि हमने 85 कड़ियों (एपिसोड) के एक भव्य महाधारावाहिक का निर्माण किया।

इस बारे में स्वामी रामदेव ने कहा, प्रारंभ में मैं किसी टेलीविजन धारावाहिक के लिए अपने जीवन की कहानी साझा करने का इच्छुक नहीं था, लेकिन डिस्कवरी जीत की ‘है मुमकिन’ की विचारधारा ने मुझे आकर्षित किया। मेरा जीवन आसान नहीं रहा। मैंने अब तक की जीवन यात्रा में अनेक संघर्षों का सामना किया है। यह जीवनी सभी घटनाक्रमों को उसी तरह प्रस्तुत करती है जिस तरह वह घटित हुए थे।

उन्होंने कहा, मैं सभी देशवासियों को यह संदेश देना चाहता हूं कि वे कभी हौसला ना हारें। जीवन की अपनी चुनौतियां हैं, लेकिन यदि आप लगातार डटे रहकर इसका सामना करते रहें तो फिर आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

Continue Reading

बिजनेस

जेट एयरवेज की संपत्तियों की होगी बिक्री

Published

on

Loading

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के आदेश को रद्द करते हुए दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के अनुसार निष्क्रिय जेट एयरवेज के परिसमापन का आदेश दिया। एनसीएलएटी ने पहले कॉरपोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) के हिस्से के रूप में जालान कालरॉक कंसोर्टियम (जेकेसी) को एयरलाइन के स्वामित्व के हस्तांतरण को बरकरार रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि जेकेसी संकल्प का पालन करने में विफल रहा क्योंकि वह 150 करोड़ रुपये देने में विफल रहा, जो श्रमिकों के बकाया और अन्य आवश्यक लागतों के बीच हवाई अड्डे के बकाया को चुकाने के लिए 350 करोड़ रुपये की पहली राशि थी। नवीनतम निर्णय एयरलाइन के खुद को पुनर्जीवित करने के संघर्ष के अंत का प्रतीक है।

NCLT को लगाई फटकार

पीठ की ओर से फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ति पारदीवाला ने एनसीएलएटी के फैसले के खिलाफ एसबीआई तथा अन्य ऋणदाताओं की याचिका को स्वीकार कर लिया। याचिका में जेकेसी के पक्ष में जेट एयरवेज की समाधान योजना को बरकरार रखने के फैसले का विरोध किया गया है। न्यायालय ने कहा कि विमानन कंपनी का परिसमापन लेनदारों, श्रमिकों और अन्य हितधारकों के हित में है। परिसमापन की प्रक्रिया में कंपनी की संपत्तियों को बेचकर प्राप्त धन से ऋणों का भुगतान किया जाता है। पीठ ने एनसीएलएटी को, उसके फैसले के लिए फटकार भी लगाई।

शीर्ष अदालत ने संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपनी विशेष शक्तियों का इस्तेमाल किया, जो उसे अपने समक्ष लंबित किसी भी मामले या मामले में पूर्ण न्याय सुनिश्चित करने के लिए आदेश तथा डिक्री जारी करने का अधिकार देता है। एनसीएलएटी ने बंद हो चुकी विमानन कंपनी की समाधान योजना को 12 मार्च को बरकरार रखा था और इसके स्वामित्व को जेकेसी को हस्तांतरित करने की मंजूरी दी थी। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने एनसीएलएटी के फैसले के खिलाफ अदालत का रुख किया था।

 

Continue Reading

Trending