Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

असेट मॉनिटरिंग को एंजिल राउंड में मिला 2,50,000 डॉलर का निवेश

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)| भारत के प्रीमियर टेक्नोलॉजी से संचालित असेट मॉनिटरिंग और व्हीकल ट्रैकिंग प्लेटफार्म रोडकास्ट ने हाल ही में फंडिंग का एंजिल राउंड खत्म किया। इस दौरान यूएई से बड़ी संख्या में एचएनआई ने भागीदारी की। इस दौरान 2,50,000 डॉलर के निवेश के वादे हुए। रोडकास्ट का लक्ष्य इस फंड का इस्तेमाल अपने परिचालन को भारत के सभी प्रमुख शहरों में फैलाना है, जिसमें पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि रोडकास्ट ने हाल ही में उसने दिल्ली पुलिस से हाथ मिलाया है, जिसमें पुलिस महकमे के मूवमेंट को मैनेज करने के साथ ही पुलिस फोर्स के सभी वाहनों को अत्याधुनिक कम्युनिकेशन और ट्रैकिंग डिवाइस से लैस किया जाएगा।

कंपनी ने कहा कि जो भी फंडिंग आई है, उसका इस्तेमाल संगठन के अनुसंधान और विकास कार्यो के साथ ही प्रोडक्ट स्ट्रक्च रिंग, पीआर गतिविधियों और एडवटाइजिंग ऑपरेशंस में भी होगा। इसके साथ ही सदस्यों व इंफ्रास्ट्रक्च र को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी।

रोडकास्ट के सह-संस्थापक राहुल मेहरा ने कहा, एक टेक्नोलॉजी कंपनी होने के नाते, हमने एक उत्पाद को विकसित करने के बजाय एक ही टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न सॉल्यूशंस विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की है। इससे हमारी प्रोडक्ट ऑफरिंग ज्यादा मानकीकृत हुई है और साथ ही ग्राहक की व्यक्तिगत जरूरतों से समझौता भी नहीं करना पड़ा। इससे हमारी सेवाओं को कस्टमाइज करने में मदद मिली है।

रोडकास्ट के सह-संस्थापक विशाल जैन ने कहा, हमारा लक्ष्य प्रमुख तौर पर फंड्स का इस्तेमाल हमारे रिसर्च प्रयासों को मजबूती देने के लिए करना है, क्योंकि ऑन.फील्ड असेट मैनेजमेंट प्लेटफार्म पर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट के लिए बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है। इसके अलावाए कई शहरों में ऑपरेशन शुरू करने क लिए शुरूआती सेटअप निवेश की जरूरत होगी।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending