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ट्रेन में संबंध बना रहा था कपल, लोगों के वीडियो बनाने पर भी करते रहे गंदा काम

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नई दिल्ली। अक्सर आपने सुना होगा कि प्यार करते समय लोग सबकुछ भूल जाते है। उनके आस पास क्या हो रहा है इस बात का उन्हें ज़रा भी इल्म नहीं होता। ऐसा ही एक वाकया चलती ट्रेन में हो गया जहां प्रेमी जोड़े प्यार में इस कदर डूबे की उन्हें जमाने की खबर न रही। केटरहैम स्टेशन पर यात्री उस समय हैरत में पड़ गए जब एक कपल को  ट्रेन में  संबंध बनाते देखा।

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(साभार इंटरनेट)

ट्रेन स्टेशन पर रुकी हुई थी। सबसे ज्यादा हैरानी की बात यह है कि कपल को यह पता था कि लोग इन्हें देख रहे हैं। फिर भी ये दोनों एक दूसरे के प्यार में इस कदर डूबे थे कि इन्होंने लोगों की परवाह नहीं की। ‘मेट्रो यूके’ की खबर के मुताबिक, फुटेज में देखा जा सकता है कि ट्रेन की खिड़की के पास यह जोड़ा एक दूसरे के प्यार में मशगूल है और लोग इन दोनों का वीडियो बनाते हुए इन्हे चीयर भी कर रहे हैं।

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(साभार इंटरनेट)

यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस के प्रवक्ता ने मेट्रो यूके को बताया, ‘हमें इस बारे में जानकारी है कि इन दिनों ट्रेन में महिला-पुरुष का वीडियो ऑनलाइन सर्कुलेट हो रहा है। ‘हालांकि, इस मामले में अभी तक जांच चल रही है पर फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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