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अन्तर्राष्ट्रीय

ना आना इस देश..: एक देश जहां दो शादी नहीं की तो जुर्म किया, जाना पड़ेगा जेल

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नई दिल्ली। हर देश की अपनी संस्कृति और रीति रिवाज होते है। शादी को लेकर हर जगह का अपना नियम होता है। इस दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां एक बीबी रखने पर युवक को उम्र भर की जेल हो सकती है।

अफ्रीका का एक देश इरीट्रिया है, जहां ऐसा कानून है की एक पुरुष को दो शादियां करनी पड़ती है। अजीब बात तो यह है कि अगर कोई पुरुष इस बात से इंकार करता है तो उसे जेल में डाल दिया जाता है। फिर उस पुरुष को उम्र कैद जैसी सजा भी हो जाती है। वहीं अगर किसी महिला ने अपने पति को छोड़ दूसरी शादी की तो महिला को तो सजा होगी। साथ में महिला के कारण पुरुष को भी सजा मिलेगी।

सरकार ने इस फैसले को लेकर यह कहा है की इरीट्रिया कई समय से गृहयुद्धों का शिकार होता रहा है। इस युद्ध में इरीट्रिया के बहुत सारे सैनिक अपने जान से हाथ धो चुके है। वहीं इस युद्ध के वजह से वर्ष 1998 से 2000 के बीच पुरुषों की संख्या दिन पर दिन घटती ही जा रही है।

आपको बता दें कि पुरुषों की संख्या घटने के कारण देश में लड़कियां ज्यादा हैं और लड़के कम हैं। इस बारे में सरकार का कहना है कि महिलाएं अकेले अपनी जिंदगी नहीं बिता सकती हैं। उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखना होगा। इसलिए देश की घटती आबादी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ऐसा फैसला लिया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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