Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

ड्रूम ने टोयोटा सुशो कॉर्पोरेशन के नेतृत्व वाले सीरीज डी में जुटाए 3 करोड़ डॉलर

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 17 मई (आईएएनएस)| भारत के पहले और सबसे बड़े ऑटोमोबाइल लेन-देन के प्लेटफार्म-ड्रूम ने हाल ही में सीरीज डी की फंडिंग में तीन करोड़ डॉलर जुटाए हैं। कम्पनी ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। कम्पनी के मुताबिक इस राउंड का नेतृत्व टोयोटा सुसो कॉर्पोरेशन (टोयोटा ग्रुप का सदस्य) ने किया और डिजिटल गैरेज ऑफ जापान ने इसमें उसका साथ दिया। फंड जुटाने के इस राउंड में एशिया-स्थित इन्वेस्टमेंट मैनेजर, एलिसन इन्वेस्टमेंट के अलावा कई मौजूदा निवेशकों और अग्रणी संस्थागत निवेशकों, चीन, हांगकांग और दक्षिण-पूर्व एशिया के फैमिली ऑफिस ने भी भाग लिया।

निवेश के इस दौर ने ड्रूम के उस भरोसे को मजबूती मिली है, जो उसने भारत में ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केट में लीडरशिप पोजिशन के जरिये हासिल की है।

नए फंड का इस्तेमाल भारत में ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केटप्लेस सेग्मेंट में ड्रूम के प्रभुत्व को और मजबूती देने के लिए किया जाएगा। इस मार्केट में ड्रूम की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत है।

इसके अलावा इस फंड के जरिये प्लेटफार्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति को मजबूती देने और इकोसिस्टम सर्विस टूल्स को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। टेक्नोलॉजी आधारित इस प्लेटफार्म अपनी मशीन लनिर्ंग और एआई क्षमताओं को विकसित करने के साथ ही 100 गुना बड़ा प्लेटफार्म बनाने में भी बड़े पैमाने पर निवेश करेगा।

ड्रूम ने टोयोटा सुशो कॉपोर्रेशन के साथ एक एमओयू (करार) पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशिया में प्लेटफार्म को लेकर जाना है। भरोसे की कमी, प्रति व्यक्ति उच्च लागत, बंटे हुए सेलर बेस और लचर कायदे-कानूनों की समस्या से जूझ रहे इन बाजारों में यह प्लेटफार्म नई सफलताएं हासिल कर सकता है।

निवेशकों से फंडिंग लेने के नवीनतम दौर और समर्थन के जरिये ड्रूम का उद्देश्य भारत के प्रमुख ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केट के रूप में अपनी स्थिति को मजबूती देना है। पिछले तीन वर्षों में ड्रूम ने भारत में ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केट में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है, जो ग्रॉस रेवेन्यू (सकल राजस्व) में करीब 70.0 करोड़ डॉलर के करीब है।

शुद्ध राजस्व में यह करीब 3.4 अरब डॉलर के साथ लिस्टेड है। ड्रूम ने सबसे बड़े ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केट के तौर पर अपनी स्थिति को साबित किया है, जिस पर 500 शहरों के 2.5 लाख कार डीलर रजिस्टर्ड है। मासिक विजिटर्स की संख्या 2.7 करोड़ है। कंपनी का लक्ष्य 2018 के अंत तक सकल व्यापार मूल्य (ग्रॉस मर्केटडाइज वैल्यू) को 1.4 अरब डॉलर और 2019 के अंत तक 3.4 अरब डॉलर तक लेकर जाना है। कंपनी 2019 के अंत तक आईपीओ लाने की योजना बना रही है।

ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा ,हमें खुशी है कि टोयोटा सुशो कॉर्पोरेशन जैसे बड़े निवेशक इस दौर में हमारे साथ खड़े हुए हैं। यह साझेदारी भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, ड्रूम की विकास क्षमता बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएगी। हम भाग्यशाली हैं कि लाइटबॉक्स, बीनेक्स्ट और बीनोस का हमें दीर्घकालिक समर्थन मिला है। पिछले चार साल वे हमें सपोर्ट कर रहे हैं। ड्रूम के आगामी अंतरराष्ट्रीय विस्तार की पृष्ठभूमि पर, हम एलिसन इन्वेस्टमेंट के साथ साझेदारी के लिए उत्साहित हैं।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending