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हाइपरटेंशन पर स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

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नोएडा, 17 मई (आईएएनएस)| जीवनशैली से जुड़ी जटिलताओं, बीमारियों, खाने-पीने की गलत आदतों, जागरूकता की कमी के चलते आज देश की बड़ी आबादी हाइपरटेंशन और इससे जुड़ी अन्य बीमारियों जैसे स्ट्रोक, किडनी में समस्या, हार्ट अटैक एवं अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का शिकार हो रही है। विश्व हाइपरटेंशन दिवस के मौके पर लोगों को इसके लक्षणों के बारे में जागरूक बनाने उद्देश्य से नोएडा स्थित मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल जेपी अस्पताल ने स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।

इस मौके पर जेपी अस्पताल में कार्डियोलोजी विभाग की निदेशक डॉ. गुंजन कपूर ने कहा, हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें धमनियों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिसका असर धमनियों की दीवारों पर पड़ता है। आज भारत में स्ट्रोक के 29 फीसदी तथा हार्ट अटैक के 24 फीसदी मामलों का कारण हाइपरटेंशनहै। चूंकि हाइपरटेंशन के लक्षण शुरुआती अवस्था में दिखाई नहीं देते, इसलिए इसे ‘मूक हत्यारा’ भी कहा जा सकता है। स्ट्रोक के सामान्य लक्षण हैं, तेज सिर दर्द, बोलने में परेशानी, ठीक से दिखाई न देना, मतली, अपने आप को भ्रमित महसूस करना, चिंता या अचानक शरीर में कमजोरी महसूस करना या संतुलन न बना पाना।

जेपी अस्पताल में नेफ्रोलोजी एवं किडनी ट्रांसप्लान्ट के वरिष्ठ कंसलटेंट डॉ. अनिल प्रसाद भट्ट ने कहा, ब्लड प्रेशर दुनिया भर में किडनी रोगों का दूसरा मुख्य कारण है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों एवं नमक के बढ़ते सेवन के कारण इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। नमक का ज्यादा सेवन करने का बुरा असर खून ले जाने वाली धमनियों पर पड़ता है, जिसके चलते धमनियों की दीवारें मोटी हो जाती हैं। इससे धमनियों के भीतर की जगह सिकुड़ जाती है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। धीरे धीरे धमनी इतनी संकरी हो जाती है कि अंग तक खून की आपूर्ति रुकने लगती है जिससे अंग को पर्याप्त पोषण और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता।

ग्रामीण एवं शहरी आबादी में हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें खून की वाहिकाएं कमजोर हो जाती हैं। हृदय जब पम्प करता है तो यह दबाव खून की नलियों की दीवारों पर पड़ता है। दुनिया भर में हर तीसरा व्यक्ति हाइपरटेंशन से पीड़ित है, इसके कारण हर साल तकरीबन 94 लाख लोगों की मौत होती है। ध्यान देने योग्य बात तो यह है कि इनमें से बहुत से लोगों को कभी पता ही नहीं चला कि वे हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हैं। एक अनुमान के अनुसार भारत में तकरीबन 10.8 फीसदी मौतें तथा 4.6 फीसदी आजीवन अपंगताएं हाई ब्लड प्रेशर के कारण ही होती हैं।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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