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पूरे देश में डर का माहौल, सुप्रीम कोर्ट के जजों व प्रेस में भी डर : राहुल

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रायपुर, 17 मई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के दो दिनी दौरे पर गुरुवार को रायपुर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की भाजपा सरकार और उसके मार्गदर्शक संगठन आरएसएस पर प्रहार करते हुए कहा कि आज लोकतंत्र की हालत यह हो गई है कि पूरे देश में डर का माहौल है। सुप्रीम कोर्ट के जजों से लेकर प्रेस तक डरे हुए हैं। यहां के इनडोर स्टेडियम में पंचायत प्रतिनिधियों के जनस्वराज सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, हालत यह है कि भाजपा का कोई सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुंह तक नहीं खोल सकता। आज पूरे देश में डर का माहौल है। सुप्रीम कोर्ट के जज से लेकर प्रेस तक डरे हुए हैं।

उन्होंने कहा, ये डर कौन फैला रहा है? और कौन सी शक्तियां इसका फायदा उठा रही हैं? लोकसभा में भाजपा के कई सांसदों ने स्वयं मुझसे कहा कि वे प्रधानमंत्री के सामने मुंह तक नहीं खोल सकते!

राहुल ने कहा कि देश के किसान कर्जा माफ करने की फरियाद भाजपा सरकार से करते हैं तो अरुण जेटली कहते हैं कि ‘किसानों का कर्ज माफ करना हमारी सरकार की पॉलिसी नहीं है।’ वहीं दूसरी ओर एक साल के अंदर देश के 15 सबसे अमीर लोगों का कर्ज माफ हो गया। इस बारे में जेटली कुछ नहीं बोलते, क्योंकि यह उनकी पॉलिसी है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पूरे देश के संस्थानों के उच्च पदों को अपने लोगों से भर रहा है। कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई लड़ी, आजादी के बाद देश को चलाने के लिए व्यवस्थाएं बनाईं, लंबे समय तक सत्ता में रही, लेकिन देश के संस्थानों को कभी पार्टी के लोगों से नहीं भरा।

राहुल ने कहा, देश में गलत के खिलाफ जो भी आवाज उठती है, उसे दबा दी जाती है। आरएसएस और भाजपा के लोग नहीं चाहते कि देश की गरीब जनता आवाज उठाए। एक दलित युवा सपना देख सके। वे नहीं चाहते कि रोहित वेमुला जैसे छात्र सपना देखें। उनका कहना है किए महिलाएं पुरुषों के सामने खड़े न हों। महिलाएं खुलकर न बोलें। वे मानते हैं कि महिलाओं का काम खाना पकाना है।

राहुल ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति कहते हैं कि ‘हमारा मुकाबला आज भारत के साथ है, क्योंकि उन्हें देश की जनता की आवाज सुनाई देती है। लेकिन यहां तो हिंदुस्तान की आवाज दबाई जा रही है।

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, आज छत्तीसगढ़ के पास सब कुछ है। खनिज संपदा है, पानी है, जमीन, जंगल और सभी संसाधन हैं, लेकिन यहां की जनता के पास कुछ नहीं है। गरीब किसानों की जमीन अमीरों के हाथों में दी जा रही है। आप गरीब इसलिए हैं, क्योंकि यहां की सरकार आपको गरीब रखना चाहती है।

राहुल ने कहा, भारत की पंचायतों के पास सबसे ज्यादा शक्ति है। देश में लोकतंत्र इन्हीं पंचायतों के कारण बचा हुआ है, लेकिन आरएसएस और भाजपा के लोग इन्हें कमजोर करना चाहते हैं। आपको अपने हक के लिए लड़ना होगा, 21वीं सदी में संविधान की रक्षा कोई करेगा तो वह प्रधानमंत्री मोदी नहीं, बल्कि पंचायती राज के प्रधान सरपंच करेंगे।

उन्होंने कहा, कांग्रेस की सरकार आएगी तो सबसे ज्यादा अधिकार पंचायतों को मिलेगा। सरकार के निर्णय में पंचायती राज के लोगों से सलाह कर ही कोई भी फैसला लिया जाएगा। ऐसा नहीं हुआ तो हम मुख्यमंत्री बदल देंगे। धारा 40 जब पंचायती राज प्रतिनिधियों पर लग सकती है तो इसे विधायकों, सांसदों और प्रधानमंत्री पर भी लगाओ।

राहुल ने कहा, अभी आप कर्नाटक में क्या देख रहे हैं, विधायक एक तरफ हैं और राज्यपाल दूसरी तरफ हैं। जेडी-एस के विधायकों ने कहा किए उन्हें 100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया है। राज्यपाल पर संविधान को बचाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन वे खरीद-फरोख्त का मौका दिल खोलकर दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में मनरेगा का उपहास करते हैं। मनरेगा को चलाने का अधिकार पंचायती राज को था। मगर आज इसे अधिकारी चला रहे हैं। रोजगार की गारंटी वाली इस योजना की चार साल में क्या हालत कर दी गई है, किसी से छुपा नहीं है।

राहुल ने पंचायतीराज के प्रतिनिधियों से कहा, जो काम भारत की सेना बॉर्डर पर रहकर करती है, वही काम आप देश के अंदर रहकर करते हैं। आप अंबेडकर, गांधी के विचारों के लिए लड़ते हैं तो आपको मारा जाता है, दबाया जाता है..फिर भी आप पीछे नहीं हटते हैं। आपको मेडल नहीं मिलता, फिर भी लड़ते हैं। आप सही मायने में लोकतंत्र के लिए लड़ते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा के एक नेता का नाम न लेते हुए कहा, उन्होंने मुझसे कि मैं 40 साल से कांग्रेस पार्टी के खिलाफ लड़ रहा हूं। कांग्रेस पार्टी क्या है ये 40 साल बाद समझ में आया। उन्होंने कहा कि मैं 40 साल कांग्रेस के खिलाफ लड़ा, लेकिन कांग्रेस ने मेरे ऊपर कोई आक्रमण नहीं किया। ये केवल कांग्रेस ही कर सकती है, क्योंकि इसमें सहनशीलता है। कांग्रेस का दिल बड़ा है, इसकी सहनशीलता को कोई कमजोरी न समझे।

राहुल ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में केवल विचारधारा की लड़ाई है। यह ऐसी लड़ाई है, जो हम सबको मिलकर लड़ना है। संविधान की रक्षा करनी है। संविधान बचेगा तभी गरीबों, किसानों और आदिवासियों का अधिकार बचेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष ने पंचायतीराज सम्मेलन में अपने संबोधन के बाद यहां उपस्थित पंचायत के प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब दिए।

सम्मेलन में कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पी.एल. पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, सांसद छाया वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम सहित कई पार्टी के पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के दिग्गज आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने पूर्व भाजपा सांसद सोहन पोटोई के साथ मिलकर नई पार्टी बनाई थी, लेकिन गुरुवार को उन्होंने राहुल गांधी के सामने कांग्रेस का हाथ थामा लिया।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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